महाराष्ट्र: सरकार गठन की देरी पर शिवसेना का तंज, यहां कोई दुष्यंत नहीं जिसके पिता जेल में हो, हम सत्ता के भूखे नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 29, 2019 10:58 IST2019-10-29T10:58:52+5:302019-10-29T10:58:52+5:30
बीजेपी शिवसेना को उमुख्यमंत्री और राजस्व समेत कई महत्वपूर्ण मंत्रालय देना चाहती है, लेकिन शिवसेना मुख्यमंत्री पद पर अड़ी है।

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर अब तक फैसला नहीं हो पाया है.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच टकराव जारी है। मंगलवार को 2 निर्दलीय विधायकों विनोद अग्रवाल और महेश बाल्दी ने सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ मुलाकात करके बीजेपी को अपना समर्थन दिया।
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे जी ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं लेकिन हम उस विकल्प को स्वीकार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने हमेशा सच्चाई की राजनीति की है, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, जब संजय राउत से पूछा गया कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के बावजूद सरकार बनाने में समय क्यों लग रहा है तो उन्होंने कहा कि यहां (महाराष्ट्र) में कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जेल में हैं। यहां हम हैं जो 'धर्म और सत्य' की राजनीति करते हैं, शरद जी जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया है जो कभी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।
S Raut on being asked 'why it's taking time to form govt despite pre-poll alliance with BJP': There is no Dushyant here whose father is in jail. Here it's us who do politics of 'dharma & satya',Sharad ji who created an environment against BJP &Congress who will never go with BJP. https://t.co/aHADYgz6wH
— ANI (@ANI) October 29, 2019
इससे पहले महाराष्ट्र में नई सरकार गठन को लेकर जारी उठापठक के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और शिवसेना के वरिष्ठ नेता दिवाकर राउते ने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से अलग-अलग मुलाकात करते हुए राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों से अवगत कराया।
शिवसेना की सीएम पद को लेकर 50: 50 फॉर्मूले की मांग की वजह से इन दोनों साझेदारों ने अब तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए गए थे, जिनमें बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं।
सरकार गठन के लिए दावा पेश करने पर फैसला नहीं: फड़नवीस
राज्यपाल से मुलाकात के बाद फड़नवीस ने ट्वीट किया कि उन्होंने राज्यपाल को वर्तमान स्थिति से अवगत कर दिया है। फड़नवीस ने लिखा, 'उन्हें (राज्यपाल) वर्तमान स्थिति से अवगत करा दिया है। सरकार गठन के लिए दावा पेश करने पर फैसला करना अभी बाकी है। हालांकि मैं अल्पमत की सरकार भी अच्छे से चला सकता हूं, लेकिन इससे गर्वनेंस प्रभावित होगा। अभी के लिए देखो और इंतजार करो की नीति।'
शिवसेना 50: 50 फॉर्मूले की मांग पर अड़ी
वहीं शिवसेना नेता राउते ने राज्यपाल के साथ अपनी मुलाकात को 'दिवाली शिष्टाचार' मुलाकात बताते हुए कहा कि उन्होंने इस दौरान राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा नहीं की।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब राउते ने कहा, 'शिवसेना 50: 50 फॉर्मले से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेगी-जिसमें मुख्यमंत्री पद का ढाई-ढाई साल का कार्यकाल शामिल है। हमें बीजेपी से सबकुछ लिखित में चाहिए।'
वहीं बीजेपी शिवसेना को उमुख्यमंत्री और राजस्व समेत कई महत्वपूर्ण मंत्रालय देना चाहती है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के छह दिन बाद भी बीजेपी और शिवसेना सीएम पद को लेकर एकदूसरे के आमने-सामने हैं और अब तक नई सरकार के गठन पर कोई फैसला नहीं हुआ है।