शिव सेना सांसद का दावा- पीएम मोदी के देश लौटते ही हटाए जाएंगे सीएम फडणवीस, बीजेपी ने किया खण्डन
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: July 25, 2018 21:01 IST2018-07-25T19:16:37+5:302018-07-25T21:01:13+5:30
शिव सेना के विधायक हर्षवर्धन जाधव ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर विधान सभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेजा है।

CM devendra Fadnavis
मुंबई, 25 जुलाई: शिव सेना सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि मराठा आरक्षण आंदोलन में राज्य सरकार की विफलता के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस्तीफा ले सकती है। शिव सेना सांसद ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश वापस आते ही सीएम फडणवीस से इस्तीफा लिया जा सकता है। राउद ने कहा कि बीजेपी के अंदर सीएम फडणवसी को हटाने की बात चल रही है। हालाँकि बीजेपी ने तत्काल ही संजय राउत के बयान का खण्डन करते हुए ऐसी किसी संभावना से इनकार किया। पीएम नरेंद्र मोदी इस समय तीन देशों के विदेश दौरे पर हैं। रवांडा और युगांडा के बाद बुधवार शाम को पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुए।
मराठा आरक्षण के लिए फिर से शुरू हुए आंदोलन के बीच शिवसेना के नेता संजय राउत ने आज कहा कि भाजपा के अंदर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को बदलने की बात चल रही है। उनके इस दावे को भाजपा ने ‘‘ अफवाह ’’ बताकर खारिज कर दिया है। राउत राज्यसभा के सदस्य हैं जिनकी पार्टी शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन में है। उन्होंने कहा कि राज्य की वर्तमान स्थिति ‘‘ चिंताजनक ’’ है और राज्य सरकार इससे ‘‘ निपटने में सक्षम नहीं है। ’’ राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा , ‘‘ राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के लिए अंतिम निर्णय (भाजपा अध्यक्ष) अमित शाह और (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी करेंगे। लेकिन भाजपा के अंदर मुख्यमंत्री को बदलने की बात चल रही है। ’’
भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी ने राउत के दावे को खारिज करते हुए कहा , ‘‘ सरकार और मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं और स्थिर हैं। पार्टी के अंदर कोई समस्या नहीं है। यह शिवसेना की तरफ से महज अफवाह है। ’’ राउत ने कहा कि शिवसेना सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग में मराठा समुदाय का शुरू से ही समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा , ‘‘ भाजपा जब विपक्ष में थी तो उसने भी आरक्षण के लिए मराठा आंदोलन में हिस्सा लिया था। अब यह देखना भाजपा की जिम्मेदारी है कि कैसे आरक्षण दिया जा सकता है। ’’ उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने भी मराठा आरक्षण को गंभीरता से नहीं लिया।
मराठा क्रांति मोर्चा नामक संगठन 23 जुलाई से सरकारी नौकरी और शिक्षा में मराठाओं को आरक्षण दिलाने के लिए आंदोलनरत था। संगठन ने बुधवार को अपना आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "सरकार ने मराठा समुदाय की माँगों का संज्ञान लेते हुए कई फैसले किए। सरकार उनसे बात करने को तैयार है। सरकार ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए कानून भी बनाया था लेकिन उस पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने रोक लगा दी।" वहीं शिव सेना के विधायक हर्षवर्धन जाधव ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर विधान सभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेजा है। औरंगाबाद के कन्नड़ से विधायक जाधव ने कहा है कि उन्होंने अभी ईमेल से अपना इस्तीफा भेजा है और जल्द ही वो उसकी मूल प्रति भी विधान सभा स्पीकर से मिलकर उन्हें सौंपेंगे।
The government has taken cognisance of protest by Maratha community and has taken several decisions. Govt is ready to talk to them. Govt had made a law for reservation to the community but that was stayed by Bombay HC: Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/YLwht6EQpv
— ANI (@ANI) July 25, 2018
कांग्रेस अशोक चह्वाण ने बीजेपी और शिव सेना पर मराठा आरक्षण के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। चव्हाण ने इस मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा राजनीति किए जाने का खण्डन करते हुए कहा कि बीजेपी और शिव सेना इस मसले पर लोगों से वोट लेती रही हैं। मराठा आरक्षण आंदोलन से जुड़ी हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत दो लोगों की मौत हो गई। आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में पुलिस अफसरों और जवानों समेत कई प्रदर्शनकारी घायल हो गये।
There's no question of us taking political benefit.Till when you'll deceive ppl in name of discussions? BJP&Shiv Sena are taking political benefits by asking people to vote in their favour&then they'll help:Congress' Ashok Chavan on Maha CM statement on #MarathaReservationProtestpic.twitter.com/88K6MxakMh
— ANI (@ANI) July 25, 2018
(भाषा से इनपुट के साथ)
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