शिवसेना को चाहिए पालघर, भाजपा कहती है बारामती दो!
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 6, 2019 07:07 AM2019-02-06T07:07:52+5:302019-02-06T07:07:52+5:30
शिवसेना को पालघर की सीट ही चाहिए और उनकी जिद है कि श्रीनिवास वनगा को ही प्रत्याशी बनाया जाए. भाजपा ने शिवसेना को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ''पालघर नहीं, तो गठबंधन नहीं.''
शिवसेना ने पालघर सीट की जिद पकड़ी है जबकि भाजपा कह रही है कि उसे बारामती चाहिए, ऐसे में गठबंधन का पेंच फंस गया है. सूत्रों के अनुसार, भाजपा का मानना है कि बारामती में पिछली बार राकांपा की सुप्रिया सुले के विरुद्ध राष्ट्रीय समाज पार्टी (रासपा) के महादेव जानकर का मुकाबला था और वे हार गए थे.
उस दौरान भाजपा ने जानकर को कमल चिह्न पर चुनाव लड़ने का आग्रह किया था, लेकिन उन्हें मंजूर नहीं था. इस बार जानकर के बजाय शिवसेना को ही बारामती की सीट दी जानी चाहिए. राज्यमंत्री रह चुके पुरंदर के विधायक विजय शिवतारे को चुनाव में उतारा जाए तो सुले को कड़ी टक्कर दी जा सकती है. उधर, शिवसेना पालघर की सीट पर अड़ी हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा का कहना है कि वहां के उपचुनाव में दिवंगत पूर्व सांसद चिंतामण वनगा के बेटे श्रीनिवास वनगा को शिवसेना ने प्रत्याशी बनाया था, लेकिन कांग्रेस से भाजपा में आए राजेंद्र गावित ने उन्हें पराजित किया. इसके बावजूद शिवसेना को पालघर की सीट ही चाहिए और उनकी जिद है कि श्रीनिवास वनगा को ही प्रत्याशी बनाया जाए. भाजपा ने शिवसेना को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ''पालघर नहीं, तो गठबंधन नहीं.''
इसके अलावा भिवंडी सीट के लिए भी शिवसेना इच्छुक है. वहां भाजपा के कपिल पाटिल सांसद हैं. जबकि भाजपा वह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. 25-23 का फार्मूला! सूत्रों ने बताया कि सीट बंटवारे को लेकर भाजपा-शिवसेना की चर्चा अंतिम चरण में है. भाजपा 25 जबकि शिवसेना 23 सीटों पर प्रत्याशी उतराने पर सहमत हुए हैं.