कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने की भाजपा नेता की तारीफ, कहा- दक्षिणपंथ के बजाय सही बात के लिए खड़े होने पर आप पर गर्व है
By मनाली रस्तोगी | Updated: August 26, 2022 14:36 IST2022-08-26T14:34:54+5:302022-08-26T14:36:31+5:30
शशि थरूर ने तब भाजपा नेता खुशबू सुंदर की तारीफ की जब उन्होंने बिलकिस बानो मामले के दोषियों की जल्द रिहाई की आलोचना की।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने की भाजपा नेता की तारीफ, कहा- दक्षिणपंथ के बजाय सही बात के लिए खड़े होने पर आप पर गर्व है
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बिलकिस बानो मामले के दोषियों की जल्द रिहाई की आलोचना करने वाले ट्वीट पर अपनी पूर्व सहयोगी और भाजपा नेता खुशबू सुंदर की सराहना की। बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे सभी 11 दोषियों को 15 अगस्त को गुजरात सरकार ने रिहा कर दिया था। इसपर सुंदर द्वारा ट्वीट किया गया, जिसको लेकर थरूर ने उनकी तारीफ की।
विपक्षी दलों द्वारा व्यापक रूप से आलोचना किए गए इस कदम की आलोचना करते हुए सुंदर ने कहा कि ऐसी घटनाएं "मानव जाति और नारीत्व का अपमान" हैं। भाजपा नेता की प्रशंसा करते हुए थरूर ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वो "दक्षिणपंथ के बजाय सही बात" के लिए खड़ी हुई हैं। इसी क्रम में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आपको दक्षिणपंथ के बजाय सही चीज के लिए खड़े होते हुए देखकर गर्व होता है।
Hear hear, @khushsundar! Proud to see you standing up for the right thing, rather than the right wing. https://t.co/NPfumMD6DW
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 26, 2022
भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने अपने ट्वीट में कहा था, "जिस महिला के साथ बलात्कार, मारपीट, क्रूरता की जाती है और उसकी आत्मा को जीवन भर के लिए जख्मी कर दिया जाता है, उसे न्याय मिलना चाहिए। कोई भी व्यक्ति जो इसमें शामिल रहा है, मुक्त नहीं जाना चाहिए। अगर वह ऐसा करते हैं तो यह मानव जाति और नारीत्व का अपमान है। बिलकिस बानो या किसी भी महिला को राजनीति और विचारधाराओं से परे समर्थन की जरूरत है।"
बताते चलें कि गोधरा दंगों के बाद बिलकिस बानो के सामूहिक बलात्कार और उसके परिवार के सदस्यों की हत्या के लिए 2008 में 11 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 15 अगस्त को गुजरात सरकार ने अपनी छूट नीति का पालन करते हुए उन्हें रिहा कर दिया। इस फैसले से देश भर में आक्रोश फैल गया जबकि राज्य सरकार ने रिहाई का बचाव किया।