मुंबई: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान केस में जांच के दायरे में आए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े पर शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार ने समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों को सही ठहराते हुए कहा कि हमारी पार्टी के नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ जो कुछ भी आरोप लगाया है वह सच साबित हो रहा है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल निदेशक अब सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं क्योंकि उन पर लगे आरोप सही है।
शरद पवार ने कहा, "नवाब मलिक को परेशान किया गया, मीडिया में सच बोलने की उन्हें कीमत चुकानी पड़ी थी। उस वक्त उन्होंने जो कहा था अब सच साबित हो रहा देखते हैं आगे क्या होता है।"
दरअसल, दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े ईडी के एक मामले में नवाब मलिक 23 फरवरी, 2022 से जेल में है। इस मामले में नवाब मलिक पर जब कार्रवाई हुई तो उन्होंने मीडिया के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे।
इस मामले के कारण नवाब मलिक को महाराष्ट्र में अपना मंत्री पद तक गंवाना पड़ा था।
गौरतलब है कि साल 2021 में जब क्रूज में ड्रग्स मिलने के केस में समीर वानखेड़े और उनकी टीम द्वारा जांच की जा रही थी तो मलिक ने वानखेड़े के खिलाफ अनियमितताओं के कई आरोप लगाए थे।
इन आरोपों को समर्थन करते हुए शरद पवार ने कहा कि नवाब मलिक को मीडिया में सच बोलने की कीमत चुकानी पड़ी है।
नवाब मलिक ने क्या आरोप लगाए?
राकांपा नेता नवाब मलिक ने एनसीबी में अपने कार्यकाल के दौरान, समीर वानखेड़े ने कई हाई-प्रोफाइल मामलों का नेतृत्व किया और सुशांत सिंह राजपूत-रिया चक्रवर्ती ड्रग्स मामले में कई बॉलीवुड हस्तियों से पूछताछ की।
उनका आखिरी हाई-प्रोफाइल मामला कॉर्डेलियो क्रूज मामला था जिसमें उन्होंने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के धर्म, जाति, पहली शादी आदि के बारे में कई दावे किए थे।
नवाब मलिक ने दावा किया कि वानखेड़े ने कोरोना महामारी के दौरान कई बॉलीवुड सितारों से रकम वसूली थी।
जेल में बंद राकांपा नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि समीर वानखेड़े को एक मुस्लिम के रूप में पाला गया और उनका पूरा नाम समीर दाऊद वानखेड़े है, लेकिन उन्होंने अनुसूचित जाति श्रेणी के तहत भारतीय राजस्व सेवाओं में नौकरी पाने के लिए जाली दस्तावेज बनाए।
मलिक ने यह भी कहा कि वानखेड़े की पहली शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई थी।
किस मामले में आरोपी है नवाब मलिक
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने फरवरी 2022 में नवाब मलिक को इस आरोप में गिरफ्तार किया था कि उन्होंने 1999-2006 के बीच दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पारकर की मदद से कुर्ला में एक संपत्ति पर कब्जा कर लिया था।