शरद पवार ने पटना रवाना होते हुए कहा, "विपक्षी बैठक में मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर व्यापक चर्चा होगी"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 23, 2023 11:11 IST2023-06-23T11:08:51+5:302023-06-23T11:11:44+5:30
शरद पवार ने पटना में होने वाली विपक्षी दल की बैठक के बारे में कहा कि वो आज होने वाली बैठक में मणिपुर हिंसा सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाएंगे।

शरद पवार ने पटना रवाना होते हुए कहा, "विपक्षी बैठक में मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर व्यापक चर्चा होगी"
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने पटना में होने वाली विपक्षी दल की बैठक में मुंबई से रवाना होते हुए मीडिया से बात की और कहा कि वो विपक्षी दलों की आज होने वाली बैठक में मणिपुर हिंसा सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाएंगे।
एनसीपी चीफ पवार ने बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "आज की बैठक में विपक्षी एकता लेकर सभी दल के नेता अपना दृष्टिकोण रखेंगे। हम देश के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने और भविष्य की रणनीति तय करने के लिए बैठक कर रहे हैं, जिसमें मणिपुर हिंसा भी अहम मुद्दा होगा।
मुंबई से पटना रवाना होते हुए शदर पवार के साथ उनकी बेटी और एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी साथ थीं। इससे पूर्व भी शरद पवार ने बीते बुधवार को एनसीपी के 24वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में केंद्र द्वारा मणिपुर हिंसा को रोकने के लिए किये जा रहे उपायों पर असंतोष व्यक्त करते हुए मोदी सरकार की जमकर आलोचना की थी।
मणिपुर हिंसा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर नाराजगी जाहिर करते हुए शरद पवार ने कहा था कि मणिपुर बीते 45 दिनों से हिंसा की चपेट है लेकिन सत्ताधारी लोगों के पास उसे खत्म किये जाने का न तो समय और न वो इस दिशा में गंभीरता से सोच रहे हैं। नरेंद्र मोदी सरकार हिंसा पर गंभीर नहीं है और वो यह नहीं सोच पा रही है कि इसके क्या परिणाम हो सकते हैं।
पवार ने कहा कि अमेरिका के राजकीय दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले देश की आंतरिक स्थिति से निपटने पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें मणिपुर के मुद्दे पर तत्परता दिखाते हुए शांति-व्यवस्था के लिए प्रयास करना चाहिए। इसके साथ ही शरद पवार ने सत्ताधारी भाजपा को घेरते हुए यह आरोप लगाया है कि राजनीतिक लाभ के लिए महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे कराए गए हैं। ये दंगे उन इलाकों में कराए गए हैं, जहां पर भाजपा की स्थिति बेहद कमजोर है।
जहां तक पटना में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक का सवाल है तो विपक्ष 2024 के आम चुनाव के लिए भाजपा विरोधी मोर्चे के तौर पर विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के लिए पटना में बैठक करने जा रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी पार्टियां फिलहाल नेतृत्व के सवाल से बचना चाहेंगी और साझा आधार बनाने पर जोर देंगी। विपक्षी दलों के इस विचार-विमर्श में आधा दर्जन मुख्यमंत्रियों समेत 15 दलों के बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
इस बैठक की मेजबानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कर रहे हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 1, अणे मार्ग आवास पर होने जा रही इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) सहित तमाम विपक्षी नेता शामिल होंगे।