शाहीन बाग में पेट्रोल बम फेंकाः कपिल मिश्रा बोले, कल रात आपस में लात घूसे चले, एक-दूसरे को पत्थरों से भी मारा, ये आपस की गैंगवार है
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 22, 2020 13:18 IST2020-03-22T13:12:51+5:302020-03-22T13:18:01+5:30
शाहीन बागः CAA के खिलाफ महिलाओं की अगुवाई वाले शाहीन बाग के धरने को 90 से अधिक दिन हो गए हैं। धरने में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इसमें फैज अहमद फैज की कविताओं का पाठ किया गया है। विविधता में एकता और क्रांति के नारे लगाए जा रहे हैं।

कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी आपस में लड़ रहे हैं। (फाइल फोटो)
दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन सीएए (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है और रविवार (22 मार्च) को प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शन वाली जगह पर एक पेट्रोल बम फेंका गया है। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा ने हमला बोला है और कहा है कि आपस में ही गैंगवार चल रही है।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, 'कल (शनिवार) रात शाहीन बाग में आपस में लात घूसे चले हैं। बाद में कुछ लोगों ने शायद एक दूसरे को पत्थरों से भी मारा। आज वहां पेट्रोल बम फेंका गया। ये आपस की गैंगवार है। कोरोना के चक्कर में धंधा बंद हो रहा हैं।'
इससे पहले कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, 'जो काम हजारों मिलिट्री, पुलिस लगाकर नहीं हो सकता वो मोदी जी की एक अपील पर हो रहा है। जनता कर्फ्यू में भारत आज पूरी तरह से बंद है। जिस सड़क पर हर घण्टे सैकड़ों गाड़ियां निकलती हैं, पिछले एक घण्टे से एक आदमी तक नहीं निकला।'
कल रात शाहीन बाग में आपस में लात घुसें चले हैं
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 22, 2020
बाद में कुछ लोगों ने शायद एक दूसरे को पत्थरों से भी मारा
आज वहां पेट्रोल बम फेंका गया
ये आपस की गैंगवार हैं
कोरोना के चक्कर में धंधा बंद हो रहा हैं pic.twitter.com/1MusTYjYgF
दरअसल, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आज CAA विरोध प्रदर्शन वाली जगह पर एक पेट्रोल बम फेंका गया।' बता दें, सीएए के विरोध में महिलाओं ने दिसंबर के मध्य से ही दक्षिणपूर्वी दिल्ली से नोएडा को जोड़ने वाली सड़क का एक साइड अवरूद्ध कर रखा है।
सोमवार को, दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर 50 से अधिक लोगों वाले समारोहों की अनुमति नहीं है, जिसकी संख्या घटाकर अब 20 कर दी गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था, 'यह शाहीन बाग पर भी लागू होता है।'
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि किसी भी समय 50 से अधिक महिलाएं विरोध प्रदर्शन नहीं कर रही हैं। हम छोटे टेंटों के नीचे बैठेगें हैं। केवल दो महिलाएं प्रत्येक टेंट के नीचे बैठेंगी और अपने बीच एक मीटर से अधिक दूरी बनाए रखेंगी। प्रदर्शन के प्रमुख आयोजकों में से एक, तासीर अहमद ने कहा कि पर्याप्त संख्या में सैनिटाइटर और मास्क की व्यवस्था की गई है और प्रदर्शन स्थल को नियमित अंतराल पर संक्रमण-मुक्त किया जा रहा है।
CAA के खिलाफ महिलाओं की अगुवाई वाले शाहीन बाग के धरने को 90 से अधिक दिन हो गए हैं। धरने में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इसमें फैज अहमद फैज की कविताओं का पाठ किया गया है। विविधता में एकता और क्रांति के नारे लगाए जा रहे हैं। यहां संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ 15 दिसंबर से धरना जारी है।