जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से हलचल बढ़ गई है। आज वहां धारा 144 लगा दी गई है। जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर में नजरबंद कर दिया गया है। धारा 144 लगने के बाद चार से अधिक व्यक्ति एक जगह एकत्रित नहीं हो सकते हैं। इस बीच जम्मू जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों और कॉलेजों के प्रशासनों से उन्हें सोमवार को ऐहतियातन बंद रखने के लिए कहा है।
जम्मू कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। वहां रैपिड एक्शन फोर्स समेत 30 हजार अतिरिक्त जवान को तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रटों को सैटेलाइट फोन दिए गए हैं।
इंटरनेट बंदइन घटनाक्रमों पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा ने ट्वीट किया, ‘‘मोबाइल फोन कनेक्शन समेत जल्द ही इंटरनेट बंद किए जाने की खबरें सुनीं। कर्फ्यू का आदेश भी जारी किया जा रहा है। अल्लाह जानता है कि हमारे लिए कल क्या इंतजार कर रहा है। यह रात लंबी होने वाली है।’’
उन्होंने कहा, इतने मुश्किल वक्त में, मैं अपने लोगों को आश्वस्त करना चाहती हूं कि जो भी हो हम एकजुट हैं और हम एक साथ लड़ेंगे। जिस पर हमारा अधिकार है उसके लिए लड़ने के हमारे संकल्प को कोई भी चीज नहीं डिगा सकती।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा बीच में ही समाप्त करने और तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों से जल्द से जल्द घाटी छोड़ने के लिए कहे जाने के बाद परेशान स्थानीय लोग घरों में जरूरी सामानों का स्टॉक करने के लिए दुकानों और ईंधन स्टेशनों पर बड़ी-बड़ी कतारों में खड़े नजर आए।
केंद्र की बीजेपी सरकार का यह दूसरा कार्यकाल है। इस सरकार के पहले और दूसरे दोनों 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 35 ए और 370 अहम मुद्दे के तौर पर शामिल था। और उसमें अनुच्छेद 35-A को हटाने पर जोर था। यह अनुच्छेद जम्मू-कश्मीर को विशेष बनाता है। इसी बीच बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कश्मीर समस्या का समाधान शुरू हो चुका है।
हालांकि सरकार की तरफ से कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया है। यहां तक कि वहां के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी कहते हैं कि आज तक सब कुछ ठीक है, किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन कल क्या होगा मुझे नहीं पता।सरकार की तरफ से कुछ भी साफ न कहने से लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है और कश्मीर को लेकर सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है। ऐसी स्थिति में लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि कश्मीर में हो क्या रहा है और क्या होने वाला है। इसको लेकर लोग मजाकिया लहजे में सोशल मीडिया में लिख रहे हैं 'कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है', 'कुछ बड़ा होने वाला है।'