प्रयागराज में पर्यावरण पर राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटेंगे देशभर से वैज्ञानिक
By भाषा | Published: November 9, 2021 09:02 PM2021-11-09T21:02:41+5:302021-11-09T21:02:41+5:30
प्रयागराज, नौ नवंबर संगम नगरी में स्थित पारि-पुनर्स्थापन वन अनुसंधान केन्द्र के 30 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 10 और 11 नवंबर को “पर्यावरण उद्धार में वानिकी प्रतिरूप का हस्तक्षेप” विषय पर होटल त्रिवेणी दर्शन में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देशभर से वैज्ञानिक और शोधार्थी शामिल होंगे।
पारि-पुनर्स्थापन वन अनुसंधान केन्द्र के प्रमुख डाक्टर संजय सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि इस सम्मेलन में उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मेघालय, असम, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु आदि राज्यों से वैज्ञानिक और शोधार्थी अपने शोध-पत्र प्रस्तुत करेंगे।
उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत एक दिसंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए “ट्री ग्रोवर मेला" भी लगाया जायेगा जिसमें प्रदेश से 500 से अधिक किसान शामिल होंगे।
सिंह ने बताया कि यह केन्द्र पूर्वी उत्तर प्रदेश में कम नमी प्रतिधारण वाली लवणीय/ क्षारीय मिट्टी, खनन क्षेत्रों और अन्य बंजर भूमि के सुधार के लिए सतत प्रयासरत है और यह अनुसंधान के अलावा किसानों की आजीविका बढ़ाने के लिए वानिकी से संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण उपलब्ध कराता है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की जलवायु के लिए उपयुक्त यूकेलिप्टस, पॉपुलर, बकैन के क्लोन इस केंद्र द्वारा उपलब्ध कराये जाते हैं। साथ ही किसानों की आजीविका बढ़ाने के लिए असम से अगर और कर्नाटक से चंदन की प्रजातियां लगवाई जा रही हैं। साथ ही पूर्वोत्तर से 26 प्रकार के बांस की प्रजातियां लाकर प्रदेशभर में रोपी गई हैं।
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