Sandeshkhali row: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में चल रही उथल-पुथल के बीच, एक व्यथित करने वाला वीडियो सामने आया है। वीडियो में महिलाओं को उन स्थानों का संकेत दिया है जहां तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर महिलाओं को उत्पीड़न और शोषण का शिकार बनाया था।
7 फरवरी के बाद से, शाहजहाँ गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहा है। हालांकि उसकी गिरफ्तारी के लिए ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी है जिसका नेतृत्व मुख्य रूप से स्थानीय महिलाएं कर रही हैं। स्थानीय महिलाओं ने ही टीएमसी नेताओं पर व्यापक उत्पीड़न और यौन शोषण का आरोप लगाया था।
शाहजहाँ और उसके सहयोगियों के ख़िलाफ़ आरोपों में संदेशखाली में आदिवासियों पर अत्याचार महिलाओं के यौन शोषण का मामला है। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) को मिली रिपोर्ट के अनुसार भी प्रभावित व्यक्तियों से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत जबरन मजदूरी वसूलने के मामलों का खुलासा हुआ है।
शाहजहां और उसके साथियों पर झींगा पालन के लिए जबरन जमीन हड़पने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप भी है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले का गांव संदेशखाली बीते कुछ हफ्तों से ही चर्चा में है। 5 जनवरी को टीएमसी नेता शाहजहां शेख के आवास पर करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई छापेमारी थी। ईडी की छापेमारी के बाद स्थानीय महिलाओं के आरोपों में वृद्धि देखी गई। महिलाओं ने कहा कि शाजहान की अनुपस्थिति ने उन्हें कई वर्षों से अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में बोलने की हिम्मत दी।
शाहजहाँ लगातार गिरफ्तारी से बच रहा है और राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय एजेंसियां उसका पता लगाने का लगातार प्रयास कर रही हैं। हालांकि अब भी शेख शाहजहां गिरफ्त से बाहर है। इस मुद्दे ने पश्चिम बंगाल की सियासत भी गर्माई हुई है।