जुम्मा साल में 52 बार आता है, होली एकबार: संभल सीओ ने मुसलमानों से अपील की कि अगर उन्हें डर है कि रंगों से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वे घर से बाहर न निकलें

By रुस्तम राणा | Updated: March 6, 2025 20:23 IST2025-03-06T20:23:49+5:302025-03-06T20:23:55+5:30

संभल सीओ अनुज चौधरी ने गुरुवार को थाने में शांति समिति की बैठक के बाद कहा कि शांति समिति की बैठकें एक महीने से चल रही हैं। होली और जुम्मा एक ही दिन पड़ रहे हैं और रमजान भी चल रहा है। तीन महीने पहले संभल में शांति व्यवस्था भंग होने के बाद से ही बैठकें अधिक सतर्कता और सतर्कता के साथ हो रही हैं। 

Sambhal Cop Appeals Muslims Not To Step Out Homes If They Fear 'Religion Will Be Corrupted' By Colours | जुम्मा साल में 52 बार आता है, होली एकबार: संभल सीओ ने मुसलमानों से अपील की कि अगर उन्हें डर है कि रंगों से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वे घर से बाहर न निकलें

जुम्मा साल में 52 बार आता है, होली एकबार: संभल सीओ ने मुसलमानों से अपील की कि अगर उन्हें डर है कि रंगों से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वे घर से बाहर न निकलें

संभल:होली और रमजान को लेकर संभल में पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है, त्योहारों को शांतिपूर्वक मनाने के लिए लगातार शांति समिति की बैठकें हो रही हैं। शांति समिति की बैठक में क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज चौधरी ने कहा कि जुम्मा (शुक्रवार) साल में 52 बार आता है, लेकिन होली साल में सिर्फ एक बार आती है। इसलिए अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगता है कि होली के रंगों से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा, तो उन्हें उस दिन घर पर ही रहना चाहिए। उन्होंने दोनों समुदायों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और त्योहारों के दौरान शांति भंग करने वालों को चेतावनी दी।

संभल सीओ अनुज चौधरी ने गुरुवार को थाने में शांति समिति की बैठक के बाद कहा कि शांति समिति की बैठकें एक महीने से चल रही हैं। होली और जुम्मा एक ही दिन पड़ रहे हैं और रमजान भी चल रहा है। तीन महीने पहले संभल में शांति व्यवस्था भंग होने के बाद से ही बैठकें अधिक सतर्कता और सतर्कता के साथ हो रही हैं। 

उन्होंने कहा, "मेरा सीधा संदेश है कि जुम्मा साल में 52 बार आता है, लेकिन होली साल में सिर्फ एक बार आती है। अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगता है कि होली के रंगों से उनका धर्म भ्रष्ट हो रहा है, तो उन्हें उस दिन घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। अगर वे बाहर निकलते भी हैं, तो उन्हें इतना बड़ा दिल रखना चाहिए कि वे यह स्वीकार कर लें कि सभी समान हैं।"

उन्होंने कहा, "जिस तरह मुस्लिम समुदाय ईद का पूरे साल इंतजार करता है, उसी तरह हिंदू समुदाय भी होली का इंतजार करता है। होली में रंग लगाकर, मिठाई खिलाकर और गले मिलकर 'कोई बात नहीं होली है' का भाव रखते हुए जश्न मनाया जाता है। इसी तरह ईद के दौरान लोग सेवइयां बनाते हैं, गले मिलते हैं और एक-दूसरे से मिलते हैं।"

पुलिस अधिकारी ने आगे कहा, "हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और किसी पर जबरन रंग नहीं लगाना चाहिए - यह हिंदू समुदाय पर भी लागू होता है। अगर कोई रंग लगाने से बचने की कोशिश कर रहा है, तो उसे रंग नहीं लगाना चाहिए। संभल प्रशासन किसी भी तरफ से लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा और शांति भंग करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" 

पिछले साल नवंबर में अधिवक्ता आयोग के सर्वेक्षण के दौरान विवादित ढांचे (जामा मस्जिद) के आसपास हिंसा भड़क उठी थी। गुस्साई भीड़ ने कई घंटों तक पुलिस पर पथराव किया। उपद्रवियों की गोलीबारी में भीड़ में शामिल पांच लोगों की मौत हो गई थी।

Web Title: Sambhal Cop Appeals Muslims Not To Step Out Homes If They Fear 'Religion Will Be Corrupted' By Colours

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे