विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने की बूचा में हुई हत्याओं की कड़ी निंदा, कहा- ये एक अत्यंत गंभीर मामला है
By मनाली रस्तोगी | Published: April 6, 2022 01:15 PM2022-04-06T13:15:20+5:302022-04-06T13:20:10+5:30
लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि कई सांसदों ने बूचा में घटना को उठाया। हम रिपोर्टों से बहुत व्यथित हैं। हम वहां हुई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं। यह एक अत्यंत गंभीर मामला है, हम स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हैं।
नई दिल्ली: लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने यूक्रेन में हुई चर्चा के जवाब में कहा कि हम संघर्ष (रूस-यूक्रेन विवाद) के खिलाफ हैं। हमारा मानना है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है। संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही समाधान है। इसके अलावा विदेश मंत्री ने कहा कि हम रिपोर्टों से बहुत परेशान हैं। हम बूचा में हुई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं। यह एक अत्यंत गंभीर मामला है और हम स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हैं।
This should bear in mind that contemporary global order has been built on UN Charter, on respect for international law, and for the sovereignty & territorial integrity of all States. If India has chosen a side, it is a side of peace & it is for an immediate end to violence: EAM pic.twitter.com/jVBn62KpkD
— ANI (@ANI) April 6, 2022
अपनी बात को जारी रखते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि यह ध्यान में रखना चाहिए कि समकालीन वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर, अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान पर और सभी राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए बनाई गई है। यदि भारत ने एक पक्ष चुना है, तो यह शांति का पक्ष है और यह हिंसा के तत्काल अंत के लिए है। उन्होंने ये भी कहा कि यूक्रेन में संघर्ष के वैश्विक अर्थव्यवस्था और हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण परिणाम हुए हैं। सभी देशों की तरह हम भी इसके प्रभावों का आकलन कर रहे हैं और यह तय कर रहे हैं कि हमारे राष्ट्रीय हित के लिए सबसे अच्छा क्या है।
Many MPs brought up the incident in Bucha & I want to say that we're deeply disturbed by the reports. We strongly condemn the killings which have taken place there. It's an extremely serious matter & we support the call for an independent investigation: EAM in LS on #Ukrainepic.twitter.com/Td9MA1aNfX
— ANI (@ANI) April 6, 2022
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है, जिसपर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुईं हैं। इस जंग को 40 दिनों से ऊपर हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद युद्ध के रुकने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मालूम हो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन में मिलिट्री अभियान की घोषणा की थी।
The conflict in #Ukraine has had significant consequences for the global economy and for our national economy. Like all countries, we too are assessing the implications and deciding what is best for our national interest: EAM Dr S Jaishankar in Lok Sabha pic.twitter.com/9oh6hpcOkm
— ANI (@ANI) April 6, 2022
हालांकि, यूक्रेन आक्रामण के बाद से रूस दुनियाभर में अलग-थलग पड़ गया है। यही नहीं, अमेरिका सहित कई देशों ने रूस पर कड़े से कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। वहीं, अमेरिका अभी नए प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में भी रूस-यूक्रेन जंग को लेकर अब तक कई स्तर की बैठकें हो चुकी हैं।