Russia Ukraine War: कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई का बयान- यूक्रेन के मुर्दाघर में है नवीन का शव, गोलाबारी बंद होने के बाद लाया जाएगा भारत
By मनाली रस्तोगी | Updated: March 8, 2022 10:56 IST2022-03-08T10:50:42+5:302022-03-08T10:56:10+5:30
यूक्रेन के खारकीव शहर में पिछले हफ्ते गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के पार्थिव शरीर को यूक्रेन में एक मुर्दाघर में रखा गया है। ऐसे में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का कहना है कि गोलाबारी बंद होने के बाद उनका पार्थिव शरीर भारत लाया जाएगा।

Russia Ukraine War: कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई का बयान- यूक्रेन के मुर्दाघर में है नवीन का शव, गोलाबारी बंद होने के बाद लाया जाएगा भारत
बेंगलुरु: युद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव शहर में पिछले हफ्ते गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के पार्थिव शरीर को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का बयान सामने आया है। मीडिया से मुखातिब होते हुए बोम्मई ने कहा, "विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने हमें सूचित किया है कि नवीन के शव को यूक्रेन में एक मुर्दाघर में रखा गया है। गोलाबारी बंद होने के बाद उनका पार्थिव शरीर भारत लाया जाएगा।"
EAM Dr. S Jaishankar has informed us that Naveen's (Naveen Shekharappa, MBBS student who died during shelling in #Ukraine) body has been embalmed & kept in a mortuary in Ukraine. His body will be brought to India once shelling stops there: Karnataka CM Basavaraj Bommai pic.twitter.com/oILlW53vjN
— ANI (@ANI) March 8, 2022
बता दें कि नवीन कर्नाटक के हावेरी जिले के चलगेरी का निवासी था। 22 वर्षीय नवीन खारकीव मेडिकल कॉलेज में चौथे वर्ष का छात्र था। मालूम हो, रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध की वजह से नवीन खारकीव में अपने कुछ साथियों के साथ एक बंकर में छुपा हुआ था। इस बीच जब वह खाने के सामान और पैसे बदलने के लिए बाहर निकला था तो गोलीबारी में उसकी मौत हो गई थी।
बताते चलें कि हाल-फिलहाल में नवीन के पिता ने दावा किया था कि महंगी मेडिकल शिक्षा और 'जातिवाद' कुछ ऐसे कारक हैं जिनकी वजह से भारतीय विद्यार्थी डॉक्टर बनने का ख्वाब पूरा करने के लिए यूक्रेन जैसे देशों का रुख करते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि निजी नियंत्रण वाले कॉलेजों में भी मेडिकल की एक सीट पाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ते हैं और यही वजह है कि मेडिकल पेशा बहुत ही कठिन विकल्प है। वहीं, नवीन की मौत की सूचना मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके पिता को फोन करके अपना शोक जताया था।