छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का केंद्र अनुरोध; बोले- यूक्रेन से लौट रहे मेडिकल छात्रों को देश के कॉलेजों में करें समायोजित
By आजाद खान | Updated: March 5, 2022 09:17 IST2022-03-05T07:11:37+5:302022-03-05T09:17:41+5:30
आपको बता दें कि वर्तमान में यूक्रेन और अन्य देशों से मेडिकल की शिक्षा पूर्ण कर आए भारतीय छात्रों के रजिस्ट्रेशन के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा का प्रावधान है।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का केंद्र अनुरोध; बोले- यूक्रेन से लौट रहे मेडिकल छात्रों को देश के कॉलेजों में करें समायोजित
Russia Ukraine Crisis: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह युद्ध प्रभावित यूक्रेन से लौट रहे विद्यार्थियों को देश के मेडिकल कॉलेजों में समायोजित किया जाये। उन्होंने केंद्र से अनुरोध किया कि एक परीक्षा लेने के बाद देश के मेडिकल कॉलेज में इन विद्यार्थियों को दाखिला लेने की अनुमति दी जाये। मंत्री ने कहा कि इस तरह की परीक्षा पास करने वाले छात्रों को समाहित करने के लिए मेडिकल कॉलेजों में अतिरिक्त सीट सृजित की जा सकती हैं।
क्या कहा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने
सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर यूक्रेन में पढ़ने वाले मेडिकल छात्रों की भारत वापसी के बाद आगे की शिक्षा पर चिंता जताई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को रायपुर में बताया कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को यूक्रेन में पढ़ने वाले मेडिकल छात्र-छात्राओं की आगे की शिक्षा के विषय पर पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा कि यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण वहां की स्थिति बहुत गंभीर हो चुकी है।
यूक्रेन में हालात कब ठीक होंगे पता नहीं
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे भारतीय मूल के छात्र क्रमबद्ध वतन वापस लौट रहे हैं। सिंहदेव ने लिखा है कि वर्तमान परिदृश्य में यूक्रेन में युद्ध समाप्ति और उसके बाद हालात सामान्य होने की स्थिति अनिश्चित है। मेडिकल की शिक्षा के लिए अपनी गाढ़ी कमाई खर्च कर यूक्रेन में बच्चों को पढ़ा रहे माता-पिता और अभिभावक बच्चों के भविष्य तथा उनकी आगे की शिक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने रखा अपना व्यक्तिगत विचार
अपना व्यक्तिगत विचार रखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने आगे लिखा है कि मेडिकल की शिक्षा के लिए यूक्रेन जाने वाले छात्रों को यदि देश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत समायोजित किया जाता है, तो वह इसे स्वीकार करने के लिए सहर्ष तैयार होंगे। वर्तमान में यूक्रेन और अन्य देशों से मेडिकल की शिक्षा पूर्ण कर आए भारतीय छात्रों के रजिस्ट्रेशन के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा का प्रावधान है।