राजद सांसद मनोज झा ने पीएमओ पर लगाया जातीय गणना रोकने के प्रयास का आरोप
By एस पी सिन्हा | Updated: August 27, 2023 18:40 IST2023-08-27T18:40:37+5:302023-08-27T18:40:37+5:30
मनोज झा ने कहा कि जिस तरह कोर्ट में मुकुल रोहतगी ने बातें कहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता जातीय गणना को लेकर कोर्ट को कुछ कहने का निर्णय लिया है, इससे स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय कहीं ना कहीं इसको रोकने का प्रयास कर रहा है।

राजद सांसद मनोज झा ने पीएमओ पर लगाया जातीय गणना रोकने के प्रयास का आरोप
पटना: राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने बिहार में हो रही जातीय गणना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय बिहार में हो रही जातीय गणना को रोकने की कोशिश कर रही है। झा ने कहा कि जिस तरह कोर्ट में मुकुल रोहतगी ने बातें कहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता जातीय गणना को लेकर कोर्ट को कुछ कहने का निर्णय लिया है, इससे स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय कहीं ना कहीं इसको रोकने का प्रयास कर रहा है।
मनोज झा ने कहा कि जाति गणना के सवाल पर यूथ फॉर इक्विलिटी सुप्रीम कोर्ट जाती है और उससे पहले हाईकोर्ट के फैसले के बाद भाजपा कार्यालय में मिठाईयां बांटी जाती है। सुप्रीम कोर्ट में मुकुल रोहतगी खड़े हो गए। उसके बाद सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता सामने आ गए।
उन्होंने कहा कि पीएम और अमित शाह के निर्देश पर काम हो रहा। वे आग से खेल रहे हैं। दलितों और पिछड़ों के सवाल पर पीएम आरएसएस के चंगुल से मुक्त नहीं हो पाते हैं। उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन जब देश में लागू किया गया तो यही अवधारणा लेकर लागू किया गया था कि समाज के अंतिम पंक्ति में जो व्यक्ति बैठे हुए हैं। उनको न्याय देना है उनको आगे बढ़ाना है। इसको लेकर ही बिहार सरकार ने जातीय गणना करवाने का निर्णय लिया है।
नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार होंगे कि नहीं इस सवाल पर मनोझ झा ने कहा कि नीतीश कुमार ने खुद ही कह दिया है कि वे पीएम के उम्मीदवार नहीं हैं। पीएम के चेहरे के सामने कौन सा चेहरा होगा? इस सवाल पर कहा कि वी द पीपुल ऑफ इंडिया खड़ा है। अशोक गहलोत अगर राहुल गांधी को पीएम चेहरा होने की बात कह रहे तो वह उनकी पार्टी का मामला है। हर दल का अपना विचार होता है। लेकिन इंडिया गठबंधन में सामूहिक विचार से सब तय होता है।
उन्होंने ईडी अधिकारी संजय मिश्रा को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि संजय मिश्रा के पास नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के बारे में इतनी जानकारियां हैं कि उनके लिए एक नई संस्था बनाई जा रही है। सेन्ट्रल इन्वेस्टिगेटिव ऑर्गेनाइजेशन जिसके अंदर ईडी और सीबीआई होगी। काम यह होगा कि विपक्षी नेताओं को किसी तरह परेशान करो और इंडिया गठबंधन केस- मुकदमा में उलझा रहे और चुनाव थोड़ा आसान हो जाए।