पटना: बिहार के पूर्व मंत्री व राजद विधायक सुधाकर सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक साथ निशाना साधा है। बजट सत्र में शामिल होने आए सुधाकर सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई टीम का पहुंचना केंद्र सरकार की अघोषित इमरजेंसी की तरह है, जिसमें वह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता से घबराई हुई है और इस तरह का कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई की 'यह छापेमारी केवल विपक्ष को भय में रखने की कोशिश है'। यह महज भाजपा के तरफ से विरोधी दलों को डराने की कोशिश है। इसके आलावा यह कुछ भी नहीं है। इस मामले में कई बार छापेमारी हो चुकी है, लेकिन कभी भी इन्हें कुछ भी नहीं मिला है। अब कोई नई जानकारी सीबीआई को मिलती भी है तो उन्हें सीधे कोर्ट जाना चाहिए और वहां अपनी बातों को रखना चाहिए।
सुधाकर सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से यह मालूम चलता है कि केंद्र सरकार विपक्षी एकता से डरी हुई है। उनके इन कामों से हमलोग डरने वाले नहीं है। इससे बिहार में चल रही सरकार पर कोई भी असर नहीं पड़ने वाली है।
हालांकि, इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह तो सबको मालूम है कि लोग इधर से उधर हो जाते हैं। लेकिन बिहार में सरकार चलते ही रहती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अपने पुराने बयान को दोहराते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि अब नीतीश कुमार में वह क्षमता नहीं रह गई है कि वह बिहार का नेतृत्व करें या फिर देश की विपक्षी एकता का। अब उन्हें मुख्यमंत्री पद से रिटायर हो जाना चाहिए।