राजद नेता ऋषि मिश्रा ने दे दी अपनी ही पार्टी को नसीहत, कहा-गाली देकर किसी पार्टी को कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलने वाला
By रुस्तम राणा | Updated: December 15, 2025 16:43 IST2025-12-15T16:43:38+5:302025-12-15T16:43:38+5:30
इसी कड़ी में राजद नेता ऋषि मिश्रा ने सोमवार को इशारों ही इशारों में पार्टी नेतृत्व को नसीहत देते हुए कहा कि केवल ए-टू-जेड की पार्टी कहने और बातें करने से राजनीति में कुछ हासिल नहीं होता।

राजद नेता ऋषि मिश्रा ने दे दी अपनी ही पार्टी को नसीहत, कहा-गाली देकर किसी पार्टी को कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलने वाला
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद महागठबंधन के सहयोगी दल एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने में जुटे हुए हैं। एक ओर जहां कांग्रेस के अंदर ही अलग-अलग गुट एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ रहे हैं, वहीं अब राजद के नेता भी हार को लेकर एक दूसरे को नसीहत दे रहे हैं। इसी कड़ी में राजद नेता ऋषि मिश्रा ने सोमवार को इशारों ही इशारों में पार्टी नेतृत्व को नसीहत देते हुए कहा कि केवल ए-टू-जेड की पार्टी कहने और बातें करने से राजनीति में कुछ हासिल नहीं होता। अगर किसी पार्टी को आगे बढ़ना है, तो उसे जात-पात की संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होगा।
उन्होंने कहा कि आज की राजनीति में समाज को जोड़ने की जरूरत है, न कि तोड़ने की। अगड़े और पिछड़े, सभी को समान रूप से तवज्जो देना जरूरी है। किसी एक वर्ग को खुश करने की राजनीति ज्यादा दिन नहीं चल सकती। ऋषि मिश्रा ने कहा कि जात-पात की राजनीति छोड़कर जब तक सबको साथ लेकर नहीं चला जाएगा, तब तक विकास की कल्पना अधूरी ही रहेगी।
उन्होंने राजद का नाम लिए बगैर कहा कि कोई भी पार्टी झा, सिंह, सिन्हा और श्रीवास्तव को गाली देकर या अपमानित आगे नहीं बढ़ सकता है। गाली देकर किसी पार्टी को कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिलने वाला है। राजनीति में भाषा और व्यवहार दोनों का स्तर ऊंचा होना चाहिए, तभी जनता भरोसा करती है। ऋषि मिश्रा ने नितिन नवीन को कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई देते हुए कहा कि नितिन नबीन युवा सोच के नेता हैं और उनकी कार्यशैली पार्टी और समाज दोनों को आगे ले जाने में मददगार साबित होगी।
उन्होंने कहा कि आज देश और प्रदेश की राजनीति को नई ऊर्जा और नई सोच की जरूरत है। युवा नेतृत्व न सिर्फ पार्टी को मजबूती देता है, बल्कि समाज को भी आगे बढ़ाने का काम करता है। नितिन नवीन जैसे नेताओं से यही उम्मीद है कि वे सभी को साथ लेकर चलने वाली राजनीति को बढ़ावा देंगे।