राजद नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने अपने बयान पर मांगी माफी, जानें क्या कहा
By एस पी सिन्हा | Updated: December 23, 2022 17:32 IST2022-12-23T17:24:52+5:302022-12-23T17:32:48+5:30
राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने देश को रहने लायक नहीं बताये जाने के बयान पर मचे घमसान के बाद माफी मांगी।

राजद नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने अपने बयान पर मांगी माफी, जानें क्या कहा
पटना: देश को रहने लायक नहीं बताये जाने के बयान पर मचे घमसान के बाद राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने माफी मांग ली है। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि मेरा उद्देश्य किसी को चोट पहुंचाना नहीं था। इस बात से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं सॉरी कहता हूं। उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि हमारा देश सबसे बेहतर है। मैंनें यहीं पर जन्म लिया और यहीं मैं पला और बढ़ा भी।
अगर आगे भी जन्म लूं तो इसी देश में जन्म लूं। इसके साथ ही सिद्दीकी ने भाजपा नेताओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आज देश की हालात खराब हो रही है क्योंकि रोजगार और सद्भावना में कमी आई है। ऐसे में सबको मिलकर सोचना चाहिए कि कैसे ठीक होगा? मैंने बहस छेड़ी है और इस मायने में मैं कामयाब हूं कि इस पर चर्चा हो रही है। लेकिन मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना कत्तई नहीं था।
भाजपा के द्वारा पाकिस्तान जाने की सलाह पर पलटवार करते हुए अब्दुलबारी सिद्दीकी ने कहा कि आज कल सबसे सस्ती गाली हो गई है कि पाकिस्तान चले जाओ। पाकिस्तान तुम्हारा बाप-दादा का होगा, हमारा नहीं है। उन्होंने साफ कह दिया कि हमारे बाप-दादा भारत में हैं भारत में रहे हैं और हम भी यहीं रहेंगे। सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें एजेंडे के तहत घेरा जा रहा है। ऐसा कुछ नहीं कहा जो राष्ट्रविरोधी हो।
हमें भाजपा या उस तरह के किसी दल से भारतीयता का प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वह इसी मिट्टी में जन्मे और पले-बढ़े हैं। किसी से अधिक भारतीय हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को ऐसी सलाह देने में कोई बुराई नहीं है। ऐसा कोई सर्वेक्षण हो तो पता चले कि तथाकथित देश भक्तों के कितने बाल बच्चे विदेश में पढ़ रहे हैं।
नौकरी कर रहे हैं और नागरिक भी हैं। सिद्दीकी ने कहा कि सभापति के सम्मान समारोह में न्यायपालिका से जुड़े लोग भी थे। वे सहज भाव से अपनी बात कह रहे थे। किसी ने विरोध नहीं किया। राजद नेता ने बताया कि मेरी सलाह को मेरे बेटे ने मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी सलाह का बेटे ने भी विरोध किया। बेटा का कहना था कि हम बालिग हैं।
कहां रहेंगे, कहां नौकरी करेंगे, इसके बारे में सलाह देने का अधिकार आपको नहीं है। सिद्दीकी के पुत्र हार्वर्ड में पढ़ रहे हैं। बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ रही हैं। उल्लेखनीय है कि राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वरिष्ठ नेता अब्दूल बारी सिद्दीकी ने कुछ दिन पहले भारत में माहौल खराब होने का हवाला देकर विदेश में पढ़ रहे अपने बेटे और बेटी को भारत वापस नहीं लौटने और विदेश की ही नागरिकता लेने की सलाह दी थी। उनके द्वारा अपने बेटे-बेटी को विदेश में नौकरी करने और मिलने पर उस देश की नागरिकता लेने सलाह देने पर भाजपा ने सिद्दीकी पर सवाल उठाए थे।