गिरफ्तार आतंकी कलीमुद्दीन का खुलासा, अलकायदा से जुड़ने वालों को ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है पाकिस्तान
By एस पी सिन्हा | Published: September 29, 2019 08:13 PM2019-09-29T20:13:47+5:302019-09-29T20:13:47+5:30
2016 में इन दोनों की गिरफ्तारी हुई थी. सामी दिल्ली के पास हरियाणा के मेवात और मसूद जमशेदपुर से गिरफ्तार हुआ था. सामी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था.
झारखंड के जमशेदपुर से गिरफ्तार अल कायदा के आतंकी मोहम्मद कलीमुद्दीन ने पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में यह बताया है कि अलकायदा से जुड़ने वालों को सऊदी अरब से काठमांडू के रास्ते पाकिस्तान भेजा जाता है, जहां से वे प्रशिक्षण लेकर लौटते हैं. यही नही एटीएस की पूछताछ में उसने और कई अहम खुलासे किए हैं.
सूत्रों के अनुसार कलीमुद्दीन से झारखंड के अलावा ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश की एटीएस टीम भी पूछताछ कर रही है. अल कायदा के नेटवर्क और उसको फैलाने में कलीमुद्दीन की भूमिका को लेकर पूछताछ हुई है, जिसमें कई जानकारियां मिली हैं. पूछताछ में उसने यह भी बताया है कि जमशेदपुर के धतकीडीह का अब्दुल सामी, अबु सूफियान और मसूद प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं. अब्दुल सामी तिहाड़ जेल जबकि मसूद जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद हैं.
2016 में इन दोनों की गिरफ्तारी हुई थी. सामी दिल्ली के पास हरियाणा के मेवात और मसूद जमशेदपुर से गिरफ्तार हुआ था. सामी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था. सूत्रों की अगर मानें तो कलीमुद्दीन से एटीएस यह पता लगाने की कोशिश में है कि अल कायदा से अबतक कितने लोगों को जोडा गया है? कितने की तैयारी है? संगठन में कौन क्या जिम्मेदारी उठा रहा है? संगठन को आर्थिक मदद कौन व्यवसाई या लोग देते हैं? इसकी भी गहन पूछताछ चल रही है.
कलीमुद्दीन ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने मानगो, काली, पोटका, सरायकेला, चांडील, रांची और अन्य इलाकों के कई युवकों को संगठन से जोड़ा है. यही नही उसने पंजाब सहित कई अन्य राज्यों से भी युवकों को अलकायदा से जोड़े जाने की जनकारी एटीएस को दी है. उसने अपना जाल न केवल झारखंड बल्कि उडीसा, पश्चिम बंगाल सहित कई अन्य राज्यों में फैला रखे हैं, जिसके माध्यम से युवाओं को अलकायदा से जोडने के काम में वह लगा था.