गणतंत्र दिवस हिंसा: FIR में नामजद किसान नेताओं के खिलाफ ‘लुक आउट’ नोटिस जारी

By भाषा | Updated: January 28, 2021 19:05 IST2021-01-28T18:48:40+5:302021-01-28T19:05:21+5:30

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (राजद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया गया है...

Republic Day violence: Police issues 'look out' notice against farmer leaders named in FIR | गणतंत्र दिवस हिंसा: FIR में नामजद किसान नेताओं के खिलाफ ‘लुक आउट’ नोटिस जारी

गणतंत्र दिवस हिंसा: FIR में नामजद किसान नेताओं के खिलाफ ‘लुक आउट’ नोटिस जारी

दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शहर में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के विरुद्ध बृहस्पतिवार को ‘लुक आउट’ नोटिस जारी किया। इसके साथ ही अपनी जांच तेज करते हुए पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में राजद्रोह का मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने किसान नेताओं को तीन दिनों का समय देते हुए यह बताने को कहा है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए क्योंकि उन्होंने परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया।

सूत्रों ने कहा कि दोषियों का पता लगाने के लिए लगभग नौ टीमों का गठन किया गया है। हालांकि इस संबंध में अभी तक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

एक दिन पहले दिल्ली के पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने कहा था कि हिंसा में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को पुलिस मुख्यालय में विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने आरोप लगाया है कि हिंसा के पीछे साजिश थी। हिंसक घटनाओं में 394 पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी।

श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के मामले में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।’’

पुलिस ने प्राथमिकी में राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव और मेधा पाटकर समेत 37 किसान नेताओं के नाम दर्ज किए हैं। इस प्राथमिकी में हत्या की कोशिश, दंगा और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं।

प्राथमिकी में दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, कुलवंत सिंह संधू, सतनाम सिंह पन्नू, जोगिंदर सिंह उगराहा, सुरजीत सिंह फूल, जगजीत सिंह दालेवाल, बलबीर सिंह राजेवाल और हरिंदर सिंह लखोवाल के नाम भी हैं।

दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में राजद्रोह का एक मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में अभिनेता दीप सिद्धू और ‘गैंगस्टर’ से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना के नाम भी दर्ज किए हैं। सिंघू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने सद्भावना मार्च निकाला।

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हालचाल जानने के लिए बृहस्पतिवार को यहां एक अस्पताल पहुंचे।

शाह ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली पुलिस के घायल कर्मियों से मिला। हमें उनके साहस और बहादुरी पर गर्व है।’’ केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव भी गृह मंत्री के साथ थे। शाह ने इस दौरान पुलिसकर्मियों से बातचीत की और चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली।

श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस के कर्मियों को एक लिखित संदेश में कहा कि आने वाले दिन अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं और उन्हें चौकस रहना होगा।

उन्होंने अपने संदेश में कहा, "किसानों के आंदोलन के हिंसक होने के बाद भी आपने काफी धैर्य दिखाया... किसानों के आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में हमारे 394 मित्र घायल हुए हैं।’’

इस बीच हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को दिल्ली की सीमाओं पर बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई। लाल किले में भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

स्थानीय निवासी होने का दावा कर रहे लोगों के एक समूह ने सिंघू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन किया और मांग की गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद क्षेत्र को खाली किया जाना चाहिए।

Web Title: Republic Day violence: Police issues 'look out' notice against farmer leaders named in FIR

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