Republic Day 2025: पांच अगस्त 2019 को राज्य के दो टुकड़े करने और उसकी पहचान खत्म किए जाने की कवायद के 6 साल के उपरांत भी सरकारी कर्मचारियों और अफसरों को 26 जनवरी के समारोहों में शिकरत करवाने की खातिर प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ रही है।
यही कारण है कि गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी के मुख्य समारोह के साथ ही इस बार भी 29 जनवरी को होने वाले बिटिंग रिट्रिट समारोह में अफसर से लेकर सरकारी चपरासी तक की उपस्थिति अनिवार्य करने का आदेश आ गया है। साथ ही जम्मू में भी रिकार्ड तोड़ भयानक सर्दी के बीच लोगों को भारी संख्या में आने का निमंत्रण भी दिया जाने लगा है।
वैसे स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस पर समारोह स्थलों पर सरकारी कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य बनाए जाने संबंधी जारी सरकारी अध्यादेश कोई नया नहीं है। कश्मीर में आतंकवाद की शुरूआत के साथ ही यह विवाद आरंभ हुआ था जो आज भी जारी है।
ऐसे आदेश को सख्ती से लागू करने का कार्य वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की सरकार के दौरान हुआ था जिन्होंने तब स्थानीय विधायकों को भी सख्त ताकिद की थी कि अगर उनके इलाके के सरकारी कर्मचारी अनुपस्थित हुए तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
आजाद के ही मुख्यमंत्रित्व काल में ही आम नागरिकों को गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस सामारोहों की ओर आकर्षित करने के इरादों से मुफ्त सरकारी बसों की व्यवस्था आरंभ हुई थी और अखबारों तथा अन्य संचार माध्यमों में विज्ञापन देकर उनमें जोश भरने की कवायद भी।
दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में रिकार्ड तोड़ भयानक सर्दी के बीच प्रशासन ने गणतंत्र दिवस समारोह में भारी संख्या में लोगों के शिरकत करने की उम्मीद जताते हुए कहा है कि उन्हें बस सुरक्षा जांच में पुलिस का सहयोग करना होगा।अखबारों में दिए गए विज्ञापन में सिक्योरिटी विग के अनुसार गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में भारी संख्या में लोगों के भाग लेने की उम्मीद है।
इसमें लोग सुरक्षा जांच में पुलिस का सहयोग करे। समारोह में आने वाले लोग अपने साथ किसी प्रकार का घातक हथियार, तेजधार हथियार, हैंड बैग, पालीथिन बैग, रेडियो, खिलौने, स्टाप वाच, ज्वलनशील पदार्थ जैसे सिगरेट, माचिस, लाइटर, कैमरा लेकर न आएं। इस बार मोबाइल ले जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
वे कहते थे कि समारोह में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की प्रवेश द्वार पर जांच होगी, ताकि वहां आने वाले लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। लोग कतार में स्टेडियम के भीतर प्रवेश करेंगे। सबसे पहले उन्हें मेटल डिटेक्टर लगे गेट से गुजरना होगा। समारोह के शुरू होने से पूर्व ही लोग स्टेडियम में पहुंच जाएं, ताकि बैठने की व्यवस्था ठीक प्रकार से हो पाए।