उद्धव ठाकरे ने लिया एक्शन तो एकनाथ शिंदे बोले- हम बालासाहब के कट्टर शिवसैनिक, सत्ता के लिए धोखा नहीं देते
By विनीत कुमार | Published: June 21, 2022 03:09 PM2022-06-21T15:09:58+5:302022-06-21T15:32:10+5:30
एकनाथ शिंद को शिवसेना के विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया गया है। पार्टी की ओर से हुई इस कार्रवाई के बाद एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा है कि वे बालासाहब के सच्चे शिवसैनिक हैं और सत्ता के लिए धोखा नहीं करते।
मुंबई: शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के खिलाफ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कड़ा कदम उठाते हुए उन्हें पार्टी के विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। इसके बाद शिंदे की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इशारों में सत्ता के लिए उद्धव ठाकरे पर पार्टी की मूल नीतियों से धोखा देने का आरोप लगाया है। शिंदे ने कहा- 'हम सत्ता के लिए कभी धोखा नहीं देंते और बाल ठाकरे से मिली सीख को कभी नहीं त्यागेंगे।'
एकनाथ शिंदे की ओर से ट्वीट किया गया, 'हम बालासाहब ठाकरे के कट्टर शिवसैनिक हैं। बालासाहब ने हमें हिंदुत्व की सीख दी थी। हमने कभी सत्ता के लिए इससे धोखा नहीं किया। और न ही कभी करेंगे। हम बालासाहेब ठाकरे की सिखाई हुई बातों के साथ हैं।'
आम्ही बाळासाहेबांचे कट्टर शिवसैनिक आहोत... बाळासाहेबांनी आम्हाला हिंदुत्वाची शिकवण दिली आहे.. बाळासाहेबांचे विचार आणि धर्मवीर आनंद दिघे साहेबांची शिकवण यांच्याबाबत आम्ही सत्तेसाठी कधीही प्रतारणा केली नाही आणि करणार नाही
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 21, 2022
गौरतलब है कि शिंदे 20 से अधिक विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में मौजूद हैं। सोमवार को हुए एमएलसी चुनाव के बाद से ही वे पार्टी से संपर्क में नहीं थे। इसके बाद ये खबरें आई कि वे पार्टी से नाराज हैं। कुछ अपुष्ट रिपोर्ट्स में उनके भाजपा से संपर्क में आने की भी खबरें आई हैं।
इन सबके बीच संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि एकनाथ शिंदे मुंबई में नहीं हैं पर उनसे संपर्क हो चुका है। हालांकि उन्होंने महाराष्ट्र की मौजूदा सियासी संकट और शिंदे के साथ मौजूद विधायकों की संख्या पर विस्तार से जानकारी नहीं दी।
दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि एकनाथ शिंदे का मामला शिवसेना का आंतरिक मामला है। इससे महाराष्ट्र की सरकार को खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे परिस्थिति को सुधार लेंगे।
बता दें कि ताजा हालात को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने अपने नेताओं की आपातकालीन बैठक बुलाई है। दूसरी ओर भाजपा के सीनियर नेताओं की भी दिल्ली में बैठक चल रही है। देवेंद्र फड़नवीस भी दिल्ली पहुंच गए हैं। एकनाथ शिंदे शिवसेना के बेहद पुराने नेता हैं और वह बाल ठाकरे के भी करीबी माने जाते थे।