नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को कहा कि वह नार्को टेस्ट या पॉलीग्राफी या लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी शर्त रखी है कि पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगट को भी इससे गुजरना होगा। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
पुनिया और फोगट उन पहलवानों में शामिल हैं, जो महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के लिए बृज भूषण के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर वे 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। फेसबुक पर बृजभूषण ने लिखा, 'अगर दोनों पहलवान (बजरंग पुनिया और विनेश फोगट) अपना टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं तो मैं प्रेस को बुलाकर घोषणा करूंगा। मैं उनसे वादा करता हूं कि अगर वे हैं तो मैं भी तैयार हूं।'
इससे पहले सात मई को बृजभूषण ने कहा था कि अगर उनके खिलाफ एक भी आरोप साबित होता है तो वह फांसी लगा लेंगे। उन्होंने फेसबुक पर आगे लिखा, 'मैं अब भी अपनी बात पर कायम हूं और देशवासियों से हमेशा दृढ़ रहने का वादा करता हूं।' कुश्ती महासंघ प्रमुख ने कहा, 'इन पहलवानों (जो विरोध कर रहे हैं) को छोड़कर किसी से पूछिए कि क्या मैंने कुछ गलत किया है। मैंने अपने जीवन के 11 साल कुश्ती को, इस देश को दिए हैं।'
पहलवानों द्वारा दायर यौन उत्पीड़न की शिकायतों के आधार पर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की हैं। रविवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में किसानों की एक बैठक से पहले जंतर-मंतर और दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। विरोध करने वाले पहलवानों ने खाप महापंचायत के लिए आंदोलन को आगे बढ़ाने पर फैसला करने के लिए 21 मई की समय सीमा तय की थी।