भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की अगुवाई में आयोजित एकजुट विपक्षी रैली को, ''स्वहित एवं परस्पर विरोधी विचारधाराओं की रैली'' बताया और देश में अगली सरकार बनाने का भरोसा जताया है। कोलकता की महारैली के बाद विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने ईवीएम (EVM)पर सवाल उठाए हैं। विपक्षियों का कहना है कि बीजेपी ईवीएम से लोकसभा चुनाव में छेड़छाड़ कर सकती है।
रैली में शामिल नेताओं ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम ईवीएम की शिकायत को लेकर चुनाव आयोग के पास जाएंगे। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, सभी ईवीएम मशीनों में वीवीपैट मशीन लगाई जाए। उन्होंने कहा, 2019 में बीजेपी के खिलाफ हर राज्य में एक मजबूत नेता खड़ा करने की योजना, भारत को अन्य देशों की तरह फिर बैलेट पर फिर से जाना चाहिए।
कांग्रेस ने कहा- देश में क्यों ना पुरानी बैलट व्यवस्था पर चले जाए
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि दुनिया भर में सिर्फ तीन से चार देश ही हैं, जहां ईवीएम मशीन का प्रयोग किया जाता है। ऐसे में हम भी पुरानी बैलट व्यवस्था पर क्यों न चले जाएं। समय कम है और चुनाव दो महीने ही दूर है, इसलिए हमारी मांग है कि हर मशीन में वीवीपैट की व्यवस्था लागू की जानी चाहिए।
रविशंकर ने कहा- पहले विपक्ष अपने नेता का नाम तो बता दें
इधर बीजेपी ने विपक्षी एकता को लेकर कहा कि वे मोदी के डर से जमा हुए हैं, लेकिन उनके पास कोई प्लान नहीं है। रविशंकर प्रसाद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, किसी नेता ने कहा कि हमारा नेता भारत की ओर से चुना जाएगा। उन्हें यह तो बताना ही चाहिए कि देश की जनता राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मायावती या फिर अन्य किसी क्षेत्रीय नेता में से किसे चुनेगी।
रविशंकर ने यह भी कहा, जो आपस में नजरें भी नहीं मिलाते थे, वे लोग अब साथ आए हैं। उनके बयानों से भी यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन लोगों का एकमात्र अजेंडा सिर्फ नरेंद्र मोदी को हटाना है। उनके पास अपना कोई फ्यूचर प्लान नहीं है। ये लोग पहले अपने लीडर का नाम तो बतादें।