Ravenshaw University Odisha: शहर, जिला के बाद कॉलेज!, 156 साल पुराने रेवेंशा विश्वविद्यालय का नाम बदलो, आखिर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने क्यों की मांग?, जानिए इतिहास
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 2, 2024 14:49 IST2024-09-02T14:48:19+5:302024-09-02T14:49:13+5:30
Ravenshaw University Odisha: बीजू जनता दल (बीजद) के प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर हमला बोला और कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री को राज्य के इतिहास और ओडिशा में उच्च शिक्षा के लिए रेवेंशा के योगदान के बारे में जानकारी नहीं है।

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Ravenshaw University Odisha: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के कटक स्थित 156 साल पुराने रेवेंशा विश्वविद्यालय का नाम बदलने के सुझाव से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है और विपक्षी दलों बीजद तथा कांग्रेस ने उनसे माफी की मांग की है। प्रधान ने कटक में एक कार्यक्रम के दौरान सुझाव दिया था कि रेवेंशा विश्वविद्यालय का नाम बदल दिया जाना चाहिए। प्रधान ने कटक में स्वशासन दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था, ‘नाम परिवर्तन की आवश्यकता है। रेवेंशा, जिनके नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है, उन्होंने अकाल के दौरान जो किया।
उससे ओडिशा के लोगों को नुकसान हुआ।’ बीजू जनता दल (बीजद) के प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने प्रधान पर हमला बोला और कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री को राज्य के इतिहास और ओडिशा में उच्च शिक्षा के लिए रेवेंशा के योगदान के बारे में जानकारी नहीं है।
मोहंती ने कहा, ‘‘प्रधान द्वारा ओडिशा ‘अस्मिता’ की आड़ में दिया गया यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बयान है। ऐसा करने से पहले उन्हें थोड़ा इतिहास पढ़ लेना चाहिए था।’’ भाजपा ने तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और विपक्षी दल से इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाने को कहा। उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव और ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा, ‘‘रेवेंशा पर टिप्पणी केंद्रीय मंत्री की निजी राय थी।
वह मुद्दों पर अपनी राय देने के लिए स्वतंत्र हैं।’’ बाराबती-कटक से कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा कि रेवेंशा एक भावना है और इसका नाम बदलने जैसी ‘‘तुच्छ’’ चीजों के बारे में परेशान होने के बजाय इसे विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि भाजपा को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए और संस्थानों के नाम व रंग बदलने के अपने कृत्य से बचना चाहिए। कटक शहर स्थित प्रतिष्ठित संस्थान का नाम ब्रिटिश नौकरशाह थॉमस एडवर्ड रेवेंशा के नाम पर रखा गया था। उन्होंने 1868 में संस्थान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।