कटक , 14 जुलाई: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है। गुजरात में शनिवार को भगवान जगन्नाथ की 141वीं वार्षिक रथ यात्राएं कई जगहों पर निकाली जाएंगी। अहमदाबाद में मुख्य रथ यात्रा जुलूस का आयोजन होगा। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर 163 छोटी और मध्यम स्तर की रथ यात्राएं निकलेंगी। ओडिशा के पुरी में ओडिया उत्सव के दौरान निकलने वाली रथ यात्रा में हर साल लाखों हिन्दू श्रद्धालु पहुंचते हैं जबकि अहमदाबाद की रथ यात्रा दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में उड़ीसा के सीएम भी पहुंचे। राज्य सरकार ने कहा था कि रथ यात्रा के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। जगन्नाथ रथ यात्रा की लाइव अपडेट के लिए लॉग इन करिए, lokmatnews.in-जगन्नाथ रथ यात्रा Live Updates
- दिल्ली के हौज खास में भी निकली जगन्नाथ रथ यात्रा।
- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा में जगन्नाथ पुरी यात्रा में शामिल हुए हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जगन्नाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। मोदी ने ट्वीट किया , ‘‘रथ यात्रा के पावन अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं। भगवान जगन्नाथ की कृपा से हमारा देश विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचे। प्रत्येक भारतीय खुशहाल और समृद्ध बने। जय जगन्नाथ। ’’
- रथ यात्रा शुरू होने से पहले तड़के भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मंदिर में ‘‘मंगल आरती ’’ की।
- इस विशाल रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ , भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथों के अलावा आठ सजे - धजे हाथी , 101 झांकियां , 30 धार्मिक समूहों के सदस्य तथा भजन कीर्तन की 18 मंडलियां शामिल हैं।
- हिंदू कैलेंडर के अनुसार असाढ़ माह के दूसरे दिन असाढ़ी बिज के दौरान प्रति वर्ष रथ यात्रा निकाली जाती है।
- अमदाबाद में जगन्नाथ यात्रा के लिए जुटे श्रद्धालु।
- शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरने के बाद यह जुलूस रात साढे आठ बजे मंदिर लौट आएगा।
- किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए 18 किलोमीटर लंबे यात्रा मार्ग के अहम स्थानों पर शहर पुलिस , होम गार्ड , राज्य रिजर्व पुलिस बल तथा अर्ध सैनिक बलों के 20,200 जवानों को तैनात किया गया है।
-गुजरात के गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज गृह विभाग और पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। जडेजा ने कहा कि 14 जुलाई को होने वाले कार्यक्रम के लिए सभी 33 जिलों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
रथ यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान जगन्नाथ को भेजी भोग सामग्री
सालाना जगन्नाथ यात्रा की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान जगन्नाथ मंदिर में पारंपरिक नैवेद्य सामग्री भेजी है। प्रधानमंत्री पिछले कई वर्षों से मंदिर को रथ यात्रा से पहले नैवेद्य सामग्री भेजते रहे हैं। मंदिर के प्रमुख पुरोहित दिलीपदासजी महराज ने कहा , “ हमेशा की तरह प्रधानमंत्री ने अपने प्रतिबद्धता बनाए रखी और अंकुरित मूंग, जामुन, अनार और आम भेजे । इनका भोज भगवान जगन्नाथ को लगाया जाएगा। ”
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मंदिर के न्यासी महेंद्र झा ने बताया कि मोदी अपने शुरुआती दिनों में यहां कुछ समय के लिए रहा करते थे। उन्होंने बताया , “ मोदी अपने जीवन के शुरुआती दिनों में यहां रूके थे , जब वह मशहूर व्यक्ति नहीं थे। मोदी इस मंदिर से जु़ड़े हुए हैं। ”
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान उन्हें पारंपरिक रूप से अंकुरित मूंग और और जामुन का भोग लगाया जाता है। भगवान जगन्नाथ की 141 वीं रथ यात्रा जमालपुर क्षेत्र के जगन्नाथ मंदिर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में कल सुबह निकलेगी। ऐसी संभावना है कि इस यात्रा में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अन्य कई नेता शामिल हों।
अमित शाह जगन्नाथ यात्रा में शामिल होंगे
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कल विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए गुजरात और मध्य प्रदेश की यात्रा पर जा रहे हैं। भाजपा ने एक बयान में कहा कि शाह अपनी एकदिवसीय गुजरात यात्रा अहमदाबाद में कल सुबह जगन्नाथ यात्रा में हिस्सा लेकर शुरू करेंगे। इसके बाद वह गांधीनगर के एक विश्वविद्यालय में युवाओं को संबोधित करेंगे।
इसके बाद शाह मध्य प्रदेश में उज्जैन जाएंगे। वहां शाह महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद वह जन-आशीर्वाद यात्रा को रवाना करेंगे। शाह पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के आवास पर भी जाएंगे। वह उनकी माता के देहांत पर शोक-संवेदना प्रकट करेंगे।
रथ पर चढ़ना और तीनों प्रतिमाओं को छूना एक अपराध : एसजेटीए
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने श्रद्धालुओं को आगाह किया कि भगवान जगन्नाथ की कल से शुरू होने वाली वार्षिक रथयात्रा के दौरान वे रथ पर नहीं चढ़ें और तीनों प्रतिमाओं को नहीं छूएं।
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एसजेटीए के मुख्य प्रशासक पी के महापात्रा ने कहा , ‘‘ यदि कोई रथ पर चढ़ता है और भगवान जगन्नाथ , भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की प्रतिमाओं को छूता है तो इसे एक अपराध माना जाएगा। ’’
महापात्रा ने यद्यपि कहा कि धार्मिक संस्कार सम्पन्न करने के लिए नियुक्त सेवक रथ पर चढ़ सकते हैं और भगवान की प्रतिमाओं को छू सकते हैं। उन्होंने कहा , ‘‘ अदालत द्वारा लगायी गई पाबंदी का उल्लंघन करते पकड़े गए व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गत वर्ष एक पुलिसकर्मी को इसके लिए दंडित किया गया था। ’’