लोकसभा चुनाव-2019 में मिली हार और फिर अंदरखाने चल रही कई अटकलों के बीच कांग्रेस ने किसी टीवी डिबेट में अपने प्रवक्ताओं को नहीं भेजने का फैसला किया है। कांग्रेसरणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि अगले एक महीने तक कांग्रेस ने अपने प्रवक्ता को किसी टीवी डिबेट में नहीं भेजने का फैसला किया है।
सुरजेवाला ने लिखा, 'कांग्रेस ने टीवी डिबेट में एक महीने तक किसी प्रवक्ता को नहीं भेजने का फैसला किया है। सभी मीडिया चैनलों/संपादकों से अनुरोध है कि वे अपने शो पर किसी कांग्रेस प्रतिनिधि को जगह नहीं दे।'
इससे कुछ दिन पहले कांग्रेस ने पिछले हफ्ते शनिवार को CWC की बैठक को लेकर बंद कमरे में हुई बातों को लेकर अटकलें नहीं लगाने की सलाह भी मीडिया को दी थी। सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी उम्मीद करती है कि सभी लोग यहां तक कि मीडिया भी CWC की अंदरखाने मीटिंग का सम्मान करें। मीटिंग के बारे में सार्वजनिक तौर पर कई अटकलें लगाई जा रही हैं, कई प्रकार की अफवाह उड़ रही हैं। ऐसा करना उचित नहीं है।'
दरअसल, CWC में राहुल के इस्तीफे की पेशकश और कुछ सीनियर नेताओं पर नाराजगी जताने को लेकर सूत्रों के हवाले से मीडिया में कई बातें लगातार आ रही हैं। कहा ये भी जा रहा है कि राहुल अब भी इस्तीफे पर अड़े हैं। उन्होंने CWC की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कमलनाथ और दूसरे नेताओं पर नारजगी जताते हुए ये भी कहा था कि बेटे-रिश्तेदारों को चुनाव में जीत दिलाने के लिए पार्टी से ज्यादा ध्यान दिया गया। साथ ही राजस्थान में नेतृत्व बदलने की भी बात सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है।
इस बीच कांग्रेस ने अपनी हार के संभावित कारणों पर चर्चा करने के लिए 31 मई को संसद में विपक्षी दलों की एक बैठक भी बुलाई है। विपक्षी पार्टियां संसद सत्र के लिए अपनी रणनीति पर भी विचार-विमर्श कर सकती हैं। संसद का सत्र छह जून से शुरू होने की संभावना है। बैठक में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वीवीपैट मशीनों में कथित विसंगतियों के मुद्दे पर भी चर्चा की जा सकती है। पीएम नरेन्द्र मोदी गुरुवार को दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे और इसके अगले दिन कांग्रेस ने यह बैठक बुलाई गई है।
(भाषा इनपुट)