हरियाणा में दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीजेपी के साथ चुनाव के बाद किए गए गठबंधन की कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि मनोहर लाल खट्टर को जनादेश नहीं मिला था, जबकि जेजेपी बीजपी को समर्थन न देने के अपने वादे से मुकर गई।
सुरजेवाला ने कहा, 'सच्चाई ये है कि जनता ने खट्टर सरकार को जनादेश नहीं दिया है। सच ये भी है कि जेजेपी ने 10 सीटें बीजेपी के खिलाफ जनता का समर्थन मांगते हुए जीतीं। सच ये भी है कि जेजेपी ने बीजेपी के साथ कभी गठबंधन नहीं करने का ऐलान किया था। सच ये भी है कि सत्ता के गलियारे कसमों और वादों से ज्यादा बड़े बन गए हैं।'
बीजेपी की बी टीम है जेजेपी: रणदीप सुरजेवाला
सुरजेवाला ने लिखा, 'आखिरकार ये साबित हो गया कि जेजेपी और लोकदल हमेशा से बीजेपी की बी टीम थे, हैं और रहेंगे। जब भी बीजेपी समाज को बांटकर सत्ता में आने का प्रयास करेगी, तो कभी राजकुमार सैनी और कभी जेजेपी और लोकदल उसके कठपुतली की तरह उसके साथ खड़ें होंगे। जनता अब सच्चाई से अवगत है।'
हरियाणा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत न मिलने के बाद बीजेपी और जेजेपी ने सरकार गठन के लिए साथ आने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री पद बीजेपी के पास रहेगा जबकि जेजेपी के दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री पद ऑफर किया गया है।
महज 11 महीने पहले बनी जेजेपी ने अपने पहले विधानसभा चुनावों में 10 सीटें जीतते हुए किंगमेकर बनकर उभरी। 90 विधानसभा सीटों में बीजेपी ने 40 जबकि कांग्रेस ने 31 सीटें जीतीं, लेकिन किसी भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिली।