चारा घोटाला मामले में फंसे लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने शिकंजा कसना शुरू किया
By एस पी सिन्हा | Published: February 20, 2022 02:37 PM2022-02-20T14:37:12+5:302022-02-20T14:38:09+5:30
देवघर कोषागार से 3.76 करोड रुपये की अवैध निकासी तथा दुमका कोषागार से 34.91 करोड रुपये की अवैध निकासी का मामला शामिल है.
रांचीः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. सीबीआई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जबकि कल सोमवार को उनके खिलाफ डोरंडा कोषागार घोटाले के मामले में सजा सुनाई जानी है.
लेकिन उससे पहले ही अब चारा घोटाले में बुरी तरह फंस चुके लालू यादव के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच शुरू कर दी है. ईडी ने सीबीआइ के चारा घोटाले से संबंधित दो कांडों को अधिग्रहित करते हुए मनी लौंड्रिंग एक्ट में केस दर्ज कर लिया है. इन कांडों में देवघर कोषागार से 3.76 करोड रुपये की अवैध निकासी तथा दुमका कोषागार से 34.91 करोड रुपये की अवैध निकासी का मामला शामिल है. ईडी ने यह कार्रवाई चारा घोटाले से जुडे़ दो मामले आरसी 38 ए/96 और 45/96 में की है.
सीबीआई कोर्ट ने दोनों मामलों में क्रमश: 19 मार्च 2018 और 9 अप्रैल 2018 को लालू प्रसाद यादव समेत अन्य को सजा सुनाई थी. साथ ही मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं पर जांच का आदेश दिया था. कोर्ट ने लालू पर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. दुमका कोषागार से 34.91 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के मामले में कुल 37 अभियुक्त दोषी पाए गए थे.
वहीं, 17 अभियुक्तों की ट्रायल के दौरान मौत हो गई थी. ईडी के पूर्व सीबीआई ने भी आरोपियों की संपत्ति जब्त की थी. इसमें आरसी 20/96 केस में सीबीआई ने दीपेश चंडोक की 2.33 करोड, श्याम बिहारी सिन्हा की 2.50 करोड समेत 10 करोड़ नकदी जब्त की थी. वहीं 200 किलो के गोल्ड बांड को भी सीबीआई ने सीज किया था. इन मामलों में फैसला लंबित है.
इन आरोपियों के परिवार द्वारा इस दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने व मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं पर जांच का आदेश कोर्ट ने दिया था. कोर्ट के तब के आदेश पर ईडी ने मनी लाउंड्रिंग व आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर अलग से जांच शुरू की है. लालू यादव चारा घोटाले में दर्ज पांच कांडों में दोषी पाये जा चुके हैं.
जबकि छट्ठे केस का ट्रायल अभी चल रहा है. रांची की कोर्ट ने कुछ दिन पहले ही लालू यादव को चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड रुपये की फर्जी निकासी के मामले में दोषी करार दिया था. उल्लेखनीय है कि संयुक्त बिहार के वक्त चारा घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला था.
कुल 950 करोड रुपये के घोटाले की गूंज पूरे देश में सुनाई दी थी. लालू यादव चारा घोटाले में दर्ज पांच कांडों में दोषी पाये जा चुके हैं. जबकि छट्ठे केस डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की फर्जी निकासी मामले में भी दोषी करार दिये जा चुके हैं.