चार बार सासंद रहे थे रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान, जानें उनका राजनीतिक सफर
By एस पी सिन्हा | Published: July 21, 2019 05:55 PM2019-07-21T17:55:15+5:302019-07-21T17:55:15+5:30
रामचंद्र पासवान लगातार चार बार से लोजपा के समस्तीपुर से सांसद थे. रामचंद्र पासवान 2019 में चौथी बार सांसद बने थे. पहली बार 1999 में सांसद बने थे. वे रामविलास पासवान से छोटे थे.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन के गम में लोग डूबे ही थे कि अब नया दुख सामने आ गया है. बिहार के समस्तीपुर के सांसद व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान का निधन हो गया. आज दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली. सांसद रामचंद्र पासवान दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थे. समस्तीपुर सांसद के निधन से पूरा बिहार शोक की लहर में डूब गया है. सियासी गलियारे सकते में है.
यहां बता दें कि 12 जुलाई को सांसद रामचंद्र पासवान को दिल का दौरा पडा था. रामचंद्र पासवान लगातार चार बार से लोजपा के समस्तीपुर से सांसद थे. रामचंद्र पासवान 2019 में चौथी बार सांसद बने थे. पहली बार 1999 में सांसद बने थे. वे रामविलास पासवान से छोटे थे. निधन की खबर आते ही पूरा सियासी गलियारा स्तब्ध है.
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में आज दोपहर 1:24 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. रामचन्द्र पासवान का पार्थिव शरीर आरएमएल अस्पताल से उनके दिल्ली स्थित आवास की ले जाया गया है. रामचन्द्र पासवान का पार्थिव शरीर कल 9 बजे दिल्ली से पटना लाया जाएगा. पटना में कल लोजपा प्रदेश कार्यालय पार्थिव शरीर को रखा जायेगा. उसके बाद कल ही दोपहर 1 बजे उनके पार्थिव शरीर उनके संसदीय क्षेत्र समस्तीपुर लाया जाएगा. इसके बाद अंतिम संस्कार पैतृक गांव (खगडिया) सहरबन्नी में किया जायेगा. ़
रामचंद्र पासवान का राजनीतिक सफर
चार बार लोकसभा सांसद रहे रामचंद्र पासवान लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद होने के साथ दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे. उनका जन्म 1 जनवरी 1962 को खगडिया जिले के शहरबन्नी गांव में एक दलित परिवार में हुआ था. पत्नी सुनैना देवी से तीन संतान हैं जिसमें दो बेटे और एक बेटी है.
रामचंद्र पासवान ने खगडिया को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष के चुनाव में 1998 में जीत हासिल करने के बाद अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. परिसीमन से पूर्व समस्तीपुर जिला के रोसडा (सुरक्षित क्षेत्र) से साल 1999 में सांसद चुने गए. फिर साल 2004 में दोबारा जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे. साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद पुनः 2014 के लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर लोकसभा सीट से जीत हासिल की. 2019 के संसदीय चुनाव में समस्तीपुर (सुरक्षित) लोकसभा सीट से पुनः निर्वाचित हुए.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित तमाम नेताओं ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया है.
नीतीश कुमार जताया दुख
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रामचंद्र पासवान के असामयिक निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि वे एक कुशल राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे. वे सरल स्वभाव के और काफी मिलनसार थे. अपने क्षेत्र में वे काफी लोकप्रिय थे. उनके निधन से न केवल सामाजिक, बल्कि राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. दिवंगत रामचंद्र पासवान का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनो एवं प्रशंसकों को दु:ख की इस घडी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
चिराग पासवान ने दी थी निधन की जानकारी
वहीं, जमुई के लोजपा सांसद व संसदीय दल के नेता चिराग पासवान ने अपने सांसद चाचा रामचंद्र पासवान के निधन की जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'आप सभी को बडे दुःख के साथ सूचित करना पड रहा है कि मेरे चाचा जी आदरणीय श्री रामचंद्र पासवान जी अब नहीं रहे. आज 1:24 अपराह्न पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल नई दिल्ली में उन्होंने आख़िरी सांस ली.' इसके साथ ही चिराग ने अपने चाचा की तस्वीर भी टैग की है.