Ram Temple Ceremony: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी रहे हैं आध्यात्मिक जीवन, कर रहे हैं भूमि शयन, खाद्य में ले रहे हैं नारियल जल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 19, 2024 08:46 AM2024-01-19T08:46:50+5:302024-01-19T08:58:11+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले अपनी दिनचर्या को आध्यमिक बनाते हुए भूमि पर शयन कर रहे हैं
नई दिल्ली/चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले अपनी दिनचर्या को आध्यमिक बनाते हुए भूमि पर शयन कर रहे हैं और खाद्य के तौर पर केवल नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार 73 साल की उम्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निश्चय किया है कि वो राम मंदिर समारोह के संपन्न होने तक ऐसी ही सख्त जीवन शैली का पालन करेंगे।
इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी के एक प्रवक्ता ने कहा, ''यह सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फर्श पर सो रहे हैं और भोजन के नाम पर नारियल पानी जैसा सात्विक आहार ही ले रहे हैं।"
पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने ऐलन किया था वह यम नियम का पालन करेंगे, जिसका पवित्र अवसरों से 11 दिन पहले पालन करना आवश्यक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी किये एक वीडियो में कहा था, “अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए केवल 11 दिन बचे हैं। मैं इस शुभ अवसर का साक्षी बनने के लिए स्वयं को भाग्यशाली हूं। भगवान ने मुझसे समारोह के दौरान भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कहा है। इस बात को ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान प्रारंभ कर रहा हूं। मैं आप सभी से आशीर्वाद चाहता हूं।”
बताया जा हा है कि मंदिर समारोह को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी ने एक सप्ताह पश्चिमी और दक्षिणी भारत के मंदिरों में बिताया। प्रधानमंत्री मोदी ने नासिक में पंचवटी में समय गुजारा, जहां मान्यता है कि भगवान राम ने अपने वनवास के कुछ हिस्से बिताए थे। उसके अलावा पीएम मोदी केरल के गुरुवयूर मंदिर और आंध्र प्रदेश के वीरभद्र मंदिर भी दर्शन के लिए गये थे।
इसके साथ प्रधानमंत्री का इस सप्ताह के अंत में तमिलनाडु में कई मंदिरों का दौरा करने का भी कार्यक्रम है। आगामी शनिवार को पीएम मोदी तिरुचिरापल्ली स्थित रंगनाथस्वामी मंदिर जाएंगे और वहां पर विभिन्न विद्वानों से कंबा रामायण के छंदों का पाठ करते हुए अपना समय बिताएंगे।
उसके बाद वो रामेश्वरम जाएंगे, जहां वह संस्कृत, अवधी, कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया, बंगाली, मैथिली और गुजराती में रामायण सुनने वाले दर्शकों का हिस्सा होंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि राम मंदिर समारोह तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम की भक्ति में लीन रहेंगे। इस दौरान वो श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर में भजन सुनेंगे।
उसके बाद पीएम मोदी धनुषकोडी में कोठंडारामस्वामी मंदिर जाएंगे और फिर अरिचल मुनाई जाएंगे, जिसके बारे में कहा जाता है कि यही वह जगह है, जहां राम सेतु का निर्माण हुआ था।