राम सेतु मिथ्या नहीं अभियंताओं की देन: महेन्द्र नाथ पांडे
By भाषा | Updated: December 26, 2021 20:07 IST2021-12-26T20:07:52+5:302021-12-26T20:07:52+5:30

राम सेतु मिथ्या नहीं अभियंताओं की देन: महेन्द्र नाथ पांडे
नयी दिल्ली, 26 दिसंबर केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडे ने रविवार को कहा कि राम सेतु मिथ्या नहीं है, बल्कि अभियंताओं की देन है।
एक बयान के मुताबिक, भारत के शीर्ष इंजीनियरों के संगठन "इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स" (इंडिया) द्वारा आयोजित 36वें भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस- शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए पांडे ने यह बात कही।
उन्होंने कहा, "कुछ लोग राम सेतु के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं। इस बात की तसदीक खुद अभियंताओं का शीर्ष संगठन करता है कि प्राचीन काल से ही राम सेतु वजूद में रहा है। लेकिन राम सेतु को मिथ्या बताते हुए कुछ लोग कोर्ट में हलफनामा देते हैं।"
कोरोना काल में अभियंताओं द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना करते हुए पांडे ने देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उनसे काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, "देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का महज सपना नहीं है, यह एक दृढ़ सोच है, जिसे सभी को साकार करना है।"
इससे पहले, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह ने कहा कि अभियंताओं का इतिहास बहुत पुराना है और भारत के गौरवशाली इतिहास में उनका बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने कहा, "वाल्मीकि रामायण के अनुसार रामसेतु का निर्माण नल नाम के एक अभियंता ने करवाया था। नासा ने भी सैटेलाइट चित्र में तमिलनाडु स्थित इस सेतु की पुष्टि की है।"
उन्होंने कहा कि भारत के तमाम प्राचीन मंदिर, सुदर्शन चक्र, शस्त्र आदि निर्माण अभियंताओं के प्राचीन गौरवशाली इतिहास को प्रमाणित करते हैं।
इस समारोह का आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में किया जा रहा है। इसमें देश भर के अभियंता भाग ले रहे हैं।
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