राम मंदिरः विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा और ठाकरे की यात्रा से पहले सैकड़ों मुस्लिमों ने छोड़ी अयोध्या
By आदित्य द्विवेदी | Published: November 24, 2018 08:42 AM2018-11-24T08:42:20+5:302018-11-24T08:42:20+5:30
विहिप अयोध्या में धर्म सभा कर 25 नवंबर को राम भक्तों को एकत्र करने जा रही है और दूसरी तरफ शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी यात्रा करने जा रहे हैं। ऐसे में शहर के मुस्लिमों में दहशत और अनिश्चितता व्याप्त है।
अयोध्या में 25 नवंबर को विश्व हिन्दू परिषद के धर्म संसद कार्यक्रम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की यात्रा के मद्देनजर मुस्लिमों में एकबार फिर डर व्याप्त है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तनाव इतना बढ़ गया है कि लोगों ने घरों में राशन जमा करना शुरू कर दिया है। नेशनल हेराल्ड ने अयोध्या के मुस्लिमों से बात-चीत के बाद लिखा है कि डर की वजह से करीब 3,500 मुस्लिम शहर छोड़कर भाग गए हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन ने 24-25 नवंबर के कार्यक्रमों को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
फैजाबाद के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने आश्वासन दिया कि मुसलमान समुदाय को पूरी सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसी को डरने की जरूरत नहीं है। हम प्रस्तावित कार्यक्रमों के दौरान मजबूत सुरक्षा व्यवस्था कर रहे हैं। इस बीच अयोध्या में धर्म संसद की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। विहिप को एक लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को अयोध्या पहुंच रहे हैं।
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व्यापारी करेंगे विरोध प्रदर्शन
संयुक्त व्यापार मंडल ने गुरुवार को कहा कि वीएचपी की धर्मसभा का विरोध करेगी और मुंबई से यहां आ रहे शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को काला झंडा दिखाएगी। गौरतलब है कि 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस किया था जिससे कई दिनों तक अयोध्या का माहौल तनावपूर्ण रहा था। दोबारा ऐसा घटना की आशंका के मद्देनजर व्यापारियों ने वीएचपी के रोड शो का बहिष्कार करने का भी फैसला किया है।
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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शुक्रवार को लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।
चुनावी फायदा हासिल करने की कोशिश
विहिप अयोध्या में धर्म सभा कर 25 नवंबर को राम भक्तों को एकत्र करने जा रही है हालांकि मुसलमान विद्वान इसे चुनावी फायदा हासिल करने के जरिये के रूप में देखते हैं। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य जफरयाब जिलानी ने कहा कि यह तय है कि लोकसभा चुनाव से पहले उच्चतम न्यायालय का फैसला नहीं आने वाला है। ऐसे में उक्त प्रयास उन लोगों को साथ एकजुट रखने का है, जिन्होंने राम मंदिर की आस में वोट दिया था। जिलानी ने कहा कि मकसद राजनीतिक है और इसमें कोई शक नहीं है कि 2019 के लोकसभा चुनाव की जमीन तैयार की जा रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर