राज्य सभा उपसभापति चुनाव: एनडीए और यूपीए के बीच आज होगी टक्कर, जानिए पूरा समीकरण
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 9, 2018 07:29 AM2018-08-09T07:29:52+5:302018-08-09T07:32:18+5:30
Rajya Sabha deputy chairperson election: एक सीट खाली होने की वजह से राज्य सभा में इस समय 244 सांसद हैं। जीत के लिए किसी भी उम्मीदवार को 123 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।
नई दिल्ली, 09 अगस्त: भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के उपसभापति का चुनाव आज होगा। यह पद केरल के कांग्रेसी नेता पीजे कुरियन के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली हुआ है। अभी राज्य सभा के सभापति उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू हैं। देश का उपराष्ट्रपति राज्य सभा का पदेन सभापति होता है। राज्य सभा के उपसभापति पद के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत गठबंधन एनडीए और कांग्रेस नीत गठबंधन यूपीए के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला होगा। अगले साल लोक सभा चुनाव संभावित है तो इस चुनाव को दोनों गठबंधनों के बीच शक्ति परीक्षण के तौर पर देखा जा रहा है। लोक सभा में दो-तिहाई बहुमत वाली एनडीए के लिए राज्य सभा पिछले चार साल से टेढ़ी खीर साबित हुई है। राज्य सभा में एनडीए के पास बहुमत नहीं है। राज्य सभा में विधेयक पारित कराने के लिए वो अन्य दलों के समर्थन पर निर्भर रही है। आइए जानते हैं कि राज्य सभा के उपसभापति के चुनाव से जुड़े अहम तथ्य क्या हैं-
कितने बजे होगा चुनाव-
राज्य सभा के उपसभापति के चुनाव के लिए मतदान गुरुवार सुबह 11 बजे शुरू होगा।
कौन हैं उम्मीदवार
एनडीए ने जदयू के सांसद हरिवंश को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं यूपीए ने कांग्रेस नेता बी हरिप्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। दोनों नेताओं ने बुधवार को चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।
हरिवंश हिन्दी दैनिक समाचार पत्र प्रभात खबर के पूर्व प्रधान संपादक हैं। उन्हें बिहार के सीएम नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। हरिवंश साल 2014 से राज्य सभा सांसद हैं।
बीके हरिप्रसाद कर्नाटक कांग्रेस के नेता हैं और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। हरिप्रसाद साल 2014 से राज्य सभा सांसद हैं।
राज्य सभा में जीत और हार का समीकरण
एक सीट खाली होने की वजह से राज्य सभा में इस समय 244 सांसद हैं। जीत के लिए किसी भी उम्मीदवार को 123 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।
बीजेपी का गणित
इस समय राज्यसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी के पास 73 सांसद हैं। बीजेपी को जदयू के छह, शिवसेना के तीन और अकाली दल के तीन सांसदों का समर्थन प्राप्त है। शिरोमणी अकाली दल (एसएडी) उपसभापति पद के लिए जदयू के उम्मीदवार को तरजीह दिये जाने से नाराज बतायी जा रही है। कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अकाली दल मतदान का बहिष्कार भी कर सकती है। वहीं शिव सेना का भी मिजाज आजकल कब बदल जाए कहा नहीं जा सकता।
कांग्रेस का दाँव
राज्य सभा में कांग्रेस के 50 सांसद हैं। वहीं अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी की आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के पास 13-13 सांसद हैं। हाल ही में एनडीए से अलग हुए चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के पास छह और लालू यादव की राजद के पास पाँच सांसद हैं।
कांग्रेसी खेमे के लिए बुरी खबर ये है कि आम आदमी पार्टी ने मतदान में हिस्सा न लेने का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा है कि कांग्रेस ने उससे समर्थन माँगा ही नहीं इसलिए वो वोटिंग में नहीं शामिल होंगे।
गेमचेंजर पार्टियाँ
राज्य सभा उपसभापति चुनाव में गेमचेंजर एआईएडीएमके, बीजद, टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस साबित हो सकते हैं। एआईएडीएमके के 13, बीजद के नौ, टीआरएस के छह और वाईएसआर कांग्रेस के दो सांसद राज्य सभा में हैं।अगर ये सब बीजेपी का साथ दें तो एनडीए के उम्मीदवार को 126 वोट मिल जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजद नेता और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक को बुधवार को फ़ोन किया जिसके बाद ओडिशा में सत्ताधारी पार्टी ने एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने की बात कही है।
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट।