Rajkot Gaming Zone Fire: गुजरात के राजकोट शहर में एक गेमिंग जोन में आग लगने के कारण कई लोगों की जानचली गई। 25 मई, शनिवार को हुए इस हादसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है, अब तक इसमें नौ बच्चों समेत 27 लोगों की मौत की खबर है। वहीं, अग्निकांड के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। मामले में राजकोट गेम जोन के मैनेजर नितिन जैन और गेम जोन के पार्टनर युवराज सिंह सोलंकी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सहायक पुलिस आयुक्त विनायक पटेल ने कहा, "शव पूरी तरह जल गए हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल है।"
राजकोट के पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "दोपहर में टीआरपी गेमिंग जोन में आग लग गई। बचाव कार्य जारी है। आग पर काबू पा लिया गया है। हम ज्यादा से ज्यादा शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।" वहीं, घटना पर बोलते हुए राजकोट कलेक्टर प्रभाव जोशी ने कहा, "हमें शाम करीब 4.30 बजे फोन आया था... गेमिंग जोन में अस्थायी ढांचा ढह गया था। करीब 2 घंटे पहले आग पर काबू पाया गया. मलबा हटाया जा रहा है... हम लगातार सीएम के संपर्क में हैं।"
एसआईटी जांच के आदेश
शहर में इतने बड़े हादसे के बाद इस पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने पूरी घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर जिम्मेदारी सौंपने का भी आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अधिकारियों को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। वह कल सुबह साइट का दौरा करेंगे।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा, "राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्यों के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने के भी निर्देश दिए गए हैं।"
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के लिए प्रार्थना। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है।"
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "गुजरात के राजकोट में एक गेमिंग जोन में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदना उन परिवारों के प्रति है, जिन्होंने छोटे बच्चों सहित अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं सर्वशक्तिमान से प्रार्थना करती हूं कि बचाए गए लोगों की शीघ्र रिकवरी हो रही है।''
इस बीच, गुजरात के डीजीपी ने राज्य भर के सभी बच्चों के खेल क्षेत्रों के निरीक्षण का निर्देश दिया। राजकोट में टीआरपी गेमिंग जोन के पास फायर एनओसी नहीं होने के आरोपों के बीच वैध फायर एनओसी और फायर सेफ्टी उपकरण के बिना चल रहे सभी जोन को तुरंत बंद करने का आदेश दिया गया है।