आम जनता को गुमराह करने में ये लोग कामयाब हो गए हैं, लेकिन धीरे-धीरे देशवासी समझेंगे कि सच्चाई क्या है, तब ये लोग अपने आप एक्सपोज होंगे, क्योंकि विजय हमेशा सच्चाई की होती है, यह कहना है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का.
इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर मामले पर एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि- एनडीए सरकार को चाहिए था कि खुद विपक्षी पार्टी के दलों के नेताओं का डेलिगेशन बनाकर जेएंडके भेजती और कहती जो दावे हम मीडिया के माध्यम से कर रहे हैं उनमें सच्चाई है, आप जाकर देखिए. विपक्षी पार्टियां जाकर देखेंगी, वापस आकर देश को बताएंगी, उससे देशवासियों का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा, यह कायदा होता है!
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के करीब डेढ़ सप्ताह से ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद हालात देखने विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को श्रीनगर के लिए रवाना हुआ, लेकिन एयरपोर्ट से ही इन नेताओं को वापस भेज दिया गया. राहुल गांधी समेत 11 नेताओं के श्रीनगर पहुंचने पर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इनको वहीं से वापस भेज दिया गया. इसी के मद्देनजर सीएम गहलोत ने पीएम मोदी सरकार पर ये बयान दिए हैं.
सीएम गहलोत का कहना है कि देश पर किसी संकट की स्थिति में या ऐसे हालात में सत्ता में बैठे लोग ऐसी ही पहल करते हैं, जैसा कि बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने विपक्ष के अनेक नेताओं को दुनिया के अलग-अलग मुल्कों में भेजा था.
जम्मू-कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 20 दिन हो गए हैं और लोग घरों में बंद हैं. टेलिफोन, मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. किसी एक भी नागरिक को इस प्रकार से बंद करने का अधिकार सरकार को नहीं होता. यह हमारे संविधान के मूलभूत अधिकारों में है. ऐसा माहौल बनाया गया है कि जैसे वे ही देशभक्त हैं, हम तो देशभक्त हैं ही नहीं. आम जनता को भी गुमराह करने में ये लोग कामयाब हो गए हैं. जनता धीरे-धीरे समझेगी कि सच्चाई क्या है, तब उनकी असलियत सामने आएगी, विजय हमेशा सच्चाई की होती है!