Congress President Elections: मैंने सोनिया गांधी से माफी मांगी, अशोक गहलोत ने कहा- अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 29, 2022 02:56 PM2022-09-29T14:56:59+5:302022-09-29T15:58:24+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की गई और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से आरम्भ हुई, जो 30 सितंबर तक चलेगी।
नई दिल्लीः राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत की। दो दिन पहले जो कुछ भी हुआ उसने हमें झकझोर कर रख दिया। मैंने उनसे माफी मांग ली है। कांग्रेस की राजस्थान इकाई में संकट के बीच गहलोत बृहस्पतिवार को 10 जनपथ पहुंचे।
I won't contest these elections in this atmosphere, with moral responsibility, said Rajasthan CM Ashok Gehlot
— ANI (@ANI) September 29, 2022
On being asked if he will remain Rajasthan CM, Gehlot said, "I won't decide that, Congress chief Sonia Gandhi will decide that." pic.twitter.com/arRFlDrazd
अशोक गहलोत ने दिल्ली में कहा कि मैं कोच्चि में राहुल गांधी से मिला और उनसे कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। जब उन्होंने स्वीकार नहीं किया तो मैंने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा लेकिन अब उस घटना (राजस्थान राजनीतिक संकट) के बाद मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले 50 साल में कांग्रेस ने मैंने वफादार सिपाही के रूप में काम किया है। मैंने रविवार की घटना के लिए सोनिया गांधी से माफी मांग ली है। मैंने तय किया है कि मैं अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी सोनिया गांधी के आवास पर मौजूद थे।
#RajasthanCongressCrisis | I had a conversation with Congress interim president Sonia Gandhi. Whatever happened two days ago shocked us. It gave a message that all of it happened as I wanted to be CM. I apologised to her: CM Ashok Gehlot after meeting Sonia Gandhi pic.twitter.com/CeVwGkiFa2
— ANI (@ANI) September 29, 2022
गहलोत बुधवार रात दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी के नेतृत्व की सराहना की तथा उम्मीद जताई कि ‘घर की बातों’ को सुलझा लिया जाएगा। पार्टी की राजस्थान इकाई में संकट पैदा होने के बाद गहलोत पहली बार दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘मैं इंदिरा जी के समय से देखता आ रहा हूं। हमेशा पार्टी में अनुशासन है। इसलिए पार्टी के चाहे 44 सांसद आएं या 52 आएं, लेकिन पूरे देश में वह राष्ट्रीय पार्टी है और उसकी नेता सोनिया गांधी जी हैं। सोनिया गांधी जी के अनुशासन में पूरे देश में कांग्रेस है... ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं।’’
Rajasthan CM Ashok Gehlot says he will not contest the Congress president elections#RajasthanCongressCrisispic.twitter.com/CeN606h5El
— ANI (@ANI) September 29, 2022
उनका कहना था, ‘‘मेरा दृष्टिकोण कुछ अलग हो सकता है, (लेकिन) हम सबके दिल के अंदर नंबर एक बात होती है कि हम कांग्रेस अध्यक्ष के अनुशासन में काम करते हैं। मेरे हिसाब से, आने वाले वक्त में फैसले होंगे।’’ गहलोत ने कहा था, ‘‘ ये (सियासी संकट) घर की बातें हैं, आतंरिक राजनीति में चलता रहता है, ये हम सब सुलझा लेंगे।’’
इस संकट के कारण अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की गहलोत की संभावना को झटका लगा है। अब पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह इस चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तैयारी में हैं। लोकसभा सदस्य शशि थरूर 30 सितंबर को अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे।
राजस्थान में उत्पन्न राजनीतिक संकट के बीच पार्टी पर्यवेक्षकों ने मंगलवार को ‘घोर अनुशासनहीनता’ के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी तीन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी और इसके कुछ देर बाद ही पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से इन्हें ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिये गये।
(इनपुट एजेंसी)