राजस्थानः ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान, बीकानेर में मिलावटी मावे के 4 हजार पीपे जब्त, जानिए क्या है मामला
By धीरेंद्र जैन | Published: October 26, 2020 09:04 PM2020-10-26T21:04:51+5:302020-10-26T21:04:51+5:30
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सेटेलाइट अस्पताल के पास बने एक कोल्ड स्टोरेज के परिसर में अवैध रूप से मावा बनाने की सूचना मिली थी।
जयपुरः राजस्थान के बीकानेर जिले में ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान के तहत चिकित्सा विभाग ने नकली और घटिया मावे की आपूर्ति का खुलासा करते हुए 4 हजार पीपे घटिया मावा जब्त किया है। जो बीकानेर से राज्य के अन्य हिस्सों में भेजा जा रहा था।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सेटेलाइट अस्पताल के पास बने एक कोल्ड स्टोरेज के परिसर में अवैध रूप से मावा बनाने की सूचना मिली थी। यह मावा घटिया गुणवत्ता का होने की सूचना पर आज सवेरे यहां छापा मार कर लगभग 4 हजार मावे के पीपे मिले हैं, जिसमें पड़े मावे के सैम्पल की जांच कराने पर यह घटिया क्वालिटी का निकला। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने वहां मौजूद व्यापारियों को जमकर डांट पिलाई।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश का बीकानेर जिला मावे का मुख्य केंद्र है। यहां से प्रतिदिन हजारों किलो मावा प्रदेश की राजधानी जयपुर सहित अन्य जिलों में बेचा जाता है। एक अनुमान के अनुसार बीकानेर में लगभग दो हजार मावे के पीपे प्रतिदिन बीकानेर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में बेचे जाते हैं।
जांच अधिकारी ने जब मावे को देखा तो उसे हाथों में लेकर रगड़ा। मावा गीले आटे की तरह बिखर गया। मावा दूध से बनता है लेकिन यहां आटा, अरारोट सहित अन्य सामान डालकर बनाया गया नकली मावा है। मावे की क्वालिटी की अब जांच की जाएगी, जिसके बाद संबंधित मावे के मालिक पर कार्रवाई होगी। उधर, मावा व्यापारियों का कहना है बिक्री नहीं होने के कारण मावे के पीपे कोल्ड स्टोरेज में रखे हुए हैं, मावा खराब नहीं है। प्रशासन की इस कार्रवाई से मावा व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
चित्तौड़गढ़ में तीन मंजिला मकान में लगी आग, एक महिला की मौत
राजस्थान के चित्तौडगढ़ जिले के प्रतापनगर इलाके में सवेरे लगी भयंकर आग में एक महिला की मौत हो गई। वहीं अनेक लोग झुलस गये, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जानकारी अनुसार, सोमवार सुबह प्रतापनगर के सिंधी कॉलोनी निवासी विनोद फुलवानी के घर में अचानक आग लग गई।
आग लगने पर विनोद ने पहली मंजिल से नीचे कूदकर जान बचाई। वहीं उसके जीजा और भांजी आग में बुरी तरह झुलस गये और उनकी हालत गंभीर होने की बात कही जा रही है। विनोद के भी हाथ और पैर में फ्रैक्चर आए है। आग में झुलसने से विनोद की बहन आरती की मौत हो गई। वहीं उसकी मां और पत्नी को भी उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
हादसे के समय घर में 9 लोग मौजूद थे। पड़ोसियों ने बताया कि विनोद फुलवानी का परिवार किसी शादी में जाने की तैयारी कर रहा था। इस बीच सोमवार सुबह घर में अचानक आग लग गई। परिवार की आवाजें सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। लोगों ने सबसे पहले घर से गैस सिलेंडरों को बाहर निकाला गया और तुरंत दमकल को सूचना दी कई।
घटना की जानकारी मिलने पर सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुच कर घटनास्थल की जांच की। साथ ही इस हादसे में कितनी क्षति हुई है इसका भी अनुमान लगाया जा रहा है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है।