लाइव न्यूज़ :

रेगिस्तान की प्यास बुझाने की कवायद में जुटे अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठक

By प्रदीप द्विवेदी | Updated: July 26, 2019 16:33 IST

राजस्थानः बैठक में अशोक गहलोत ने रावी-ब्यास नदी के जल में राजस्थान की शेष हिस्सेदारी का 0.60 एमएएफ पानी देने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया. पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह का कहना है कि पंजाब सरकार सकारात्मक रुख रखते हुए राजस्थान के हितों का पूरा ख्याल रखेगी.

Open in App
ठळक मुद्देराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की और रेगीस्तान की प्यास बुझाने की कवायद के तहत उनसे राजस्थान में पानी की जरूरत, अंतरराज्यीय जल समझौते, नहरों में प्रदूषित पानी की समस्या आदि विषयों पर बातचीत कीइस मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने ट्वीट किया- चण्डीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठक में इन्दिरा गांधी नहरी तंत्र से जुड़े पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न जिलों की वर्षों से लम्बित जल समस्याओं को प्रमुखता से उठाया.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की और रेगीस्तान की प्यास बुझाने की कवायद के तहत उनसे राजस्थान में पानी की जरूरत, अंतरराज्यीय जल समझौते, नहरों में प्रदूषित पानी की समस्या आदि विषयों पर बातचीत की. इस मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने ट्वीट किया- चण्डीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के साथ उच्च स्तरीय बैठक में इन्दिरा गांधी नहरी तंत्र से जुड़े पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न जिलों की वर्षों से लम्बित जल समस्याओं को प्रमुखता से उठाया.

सिंह के साथ इन्दिरा गांधी फीडर, सरहिन्द फीडर एवं फिरोजपुर फीडर की रिलाइनिंग, हरिके पर स्थित इन्दिरा गांधी फीडर के हैड रेग्यूलेटर की क्षमता बढ़ाने तथा हरिके बैराज से राजस्थान आने वाले प्रदूषित जल की समस्या के साथ ही विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की.

बैठक में गहलोत ने रावी-ब्यास नदी के जल में राजस्थान की शेष हिस्सेदारी का 0.60 एमएएफ पानी देने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया. पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह का कहना है कि पंजाब सरकार सकारात्मक रुख रखते हुए राजस्थान के हितों का पूरा ख्याल रखेगी. 

इस वार्ता के दौरान गहलोत ने कहा कि हरिके हैडवक्र्स से निकलने वाले फिरोजपुर फीडर का डिजाइन डिस्चार्ज 11 हजार 192 क्यूसेक है, परन्तु इसकी लाईनिंग जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण नहर की प्रवाह क्षमता लगभग 10 हजार क्यूसेक ही रह गई है. 

इसकी वजह से राजस्थान की गंगनहर प्रणाली तथा भाखड़ा नहर प्रणाली को कम पानी मिल पाता है. इस पर बैठक में सहमति बनी कि- पंजाब सरकार फिरोजपुर फीडर की रिलाइनिंग की डीपीआर तैयार कर शीघ्र केन्द्रीय जल आयोग को भेजेगी और इस कार्य में होने वाले खर्च को दोनों प्रदेश अनुपातिक रूप से वहन करेंगे.  

इसी तरह, सीएम गहलोत ने बैठक में हरिके पर स्थित इन्दिरा गांधी फीडर के हैड रेगुलेटर की क्षमता 15 हजार क्यूसेक से बढ़ाकर 18 हजार 500 करने का अनुरोध किया, जिस पर सहमति बनी कि रेगुलेटर की क्षमता बढ़ाने के बारे में दोनों राज्यों के अभियंता संयुक्त निरीक्षण करेंगे और हैड रेगुलेटर की क्षमता बढ़ाने को लेकर पंजाब सरकार की ओर से सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे. यदि ऐसा होता है तो इससे बरसात के मौसम में पाकिस्तान की ओर व्यर्थ बहकर जाने वाले पानी का सद्उपयोग हो सकेगा. 

बैठक में पंजाब के क्षेत्र में इन्दिरा गांधी फीडर एवं सरहिन्द फीडर के रिलाइनिंग का कार्य जल्दी कराया जाना सुनिश्चित करने का मुद्दा उठा. इस पर पंजाब सरकार के अधिकारियों कहना था कि- सरहिंद फीडर के 20 किलोमीटर रिलाइनिंग का टेंडर प्राप्त हो गया है, शीघ्र ही इसे अंतिम रूप देकर काम शुरू कर दिया जाएगा. 

सीएम गहलोत ने बैठक में हरिके बैराज से राजस्थान की नहरों में प्रवाहित होने वाले प्रदूषित जल के मामले को भी उठाया. उन्होंने कहा कि प्रदूषित जल के कारण राजस्थान में लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि- पंजाब सरकार जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा-निर्देशों का पालन करे. इस पर पंजाब सरकार के अधिकारियों का कहना था कि लुधियाना शहर सेे गुजरने वाले बुड्ढ़ा नाले के कारण सतलज नदी का पानी दूषित होता है, बुड्ढ़ा नाले के परिशोधन के लिए पंजाब सरकार एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. 

उल्लेखनीय है कि राजस्थान का बहुत बड़ा भूभाग रेगीस्तान है तथा इस क्षेत्र में पानी की कमी सबसे बड़ी समस्या है. इस समस्या का समाधान पंजाब जैसे राज्यों के सहयोग के बगैर संभव नहीं है. इस वक्त राजस्थान और पंजाब, दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकारे हैं, लिहाजा माना जा रहा है कि रेगीस्तान की प्यास बुझाने में पंजाब सरकार का अच्छा सहयोग मिल सकता है.

टॅग्स :अशोक गहलोतअमरिंदर सिंहपंजाबराजस्थानराजस्थान सरकार
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

क्रिकेटSyed Mushtaq Ali T20: 52 गेंद, 148 रन, 8 चौके और 16 छक्के?, अभिषेक शर्मा से दहला बंगाल, 12 गेंद में फिफ्टी, मोहम्मद शमी ने 24 गेंद में लुटाए 61 रन

बॉलीवुड चुस्कीमौत के 3 साल बाद सिद्धू मूसेवाला का गाना 'बरोटा' हुआ रिलीज, यूट्यूब पर हुआ वायरल

बॉलीवुड चुस्कीVIDEO: सिद्धू मूसेवाला की हत्या के 3 साल बाद उनका नया सॉन्ग 'बरोटा' हुआ रिलीज़, YouTube के म्यूज़िक ट्रेंडिंग चार्ट पर #1 पर पहुँचा

भारत अधिक खबरें

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें