कोरोना महामारी से जूझ रहे राजस्थान के भीलवाड़ा में अंधविश्वास का खेल थमने का नाम ही नहीं ले रहा। इसी अंधविश्वास के चलते माता-पिता द्वारा अपने 9 माह के मासूम को गर्म सलाखों से दागने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा मासूम की हालत बिगड़ने पर एमजीएच अस्पताल में भर्ती कराने पर हुआ।
भीलवाड़ा में कोरोना के चलते लगे हुए कर्फ्यू के दौरान मासूम पर अत्याचार की यह दूसरी घटना है।
जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के धन्ना का खेड़ा गांव में फूलचंद बंजारा ने अपने नौ माह के बेटे कुशल, जो गत 10-15 दिनों से निमोनिया से पीड़ित था। उसे किसी व्यक्ति के पास ले गया। जहां उपचार के नाम पर मासूम के पेट को गर्भ सलाख से दाग दिया गया।
यह बालक तीन दिन तक दर्द से बिलखता रहा और जब इसकी तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे उपचार के लिए मांडलगढ़ चिकित्सालय लाया गया और वहां से उसे जिला अस्पताल रैफर किया गया।
फिलहाल इस मासूम का एमजीएच अस्पताल में उपचार जारी है। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।