नई दिल्ली, 24 जुलाईः सीबीआई ने एक ऐसे गिरोह का भंडा फोड़ किया है जो लोगों को रेलवे में फर्जी नौकरियां देने के साथ ही चयनित लोगों को लखनऊ रेलवे स्टेशन के चारबाग में प्रशिक्षण भी देता था। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने आठ लोगों को इस संबंध में गिरफ्तार किया है। यह गिरोह रेलवे रिक्रुटमेंट बोर्ड के जैसी ही दिखने वाली वेबसाइट चलाते थे और इनका लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर निचले स्तर के एक कर्मी के घर कार्यालय भी था , जहां यह चयनित उम्मीदवारों को प्रशिक्षण भी देते थे।
सीधे-साधे उम्मीदवारों से यह गिरोह नौकरी के बदले 3-5 लाख रुपये वसूलता था और रेलवे के ग्रुप ‘सी’ और ‘डी’ कैटगरी में नौकरी देने का आश्वासन देता था। सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया, “दिल्ली , लखनऊ , जयपुर , सोनीपत और आगरा के आठ स्थानों पर इन आरोपियों के परिसर में छापा मारा गया। इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज , मोबाइल फोन , बैंक कार्ड और नकदी जब्त की गयी।”
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपियों में आगरा का संतोष सिंह उर्फ सत्यवीर सिहं , लखनऊ का श्रीकांत गुप्ता उर्फ राहुल और नीतिन उर्फ राजन सहित अन्य लोग हैं।
इस पूरी फर्जी प्रक्रिया को रेलवे की वास्तविक प्रक्रिया दिखाने के लिए आरोपी सरकारी भर्ती प्रक्रिया का पालन करते थे। इसके ज्यादातर उम्मीदवार राजस्थान से शॉर्ट लिस्ट किए जाते थे और उन्हें सरकारी अस्पतालों से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने को भी कहा जाता था।
प्रवक्ता ने बताया कि भर्ती परीक्षा भी आयोजित की जाती थी और वेबसाइट पर परिणाम भी प्रकाशित किए जाते थे। इसके बाद शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को देहरादून के एक निजी संस्थान में प्रशिक्षण के लिए भी भेजा जाता था। इसके अलावा ड्यूटी पर तैनात करने वाला प्रशिक्षण भी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया जाता था।