वाराणसी:कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का प्रयागराज दौरा रद्द होने के बाद कांग्रेस ने वाराणसी हवाईअड्डे के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। सोमवार को राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र केरल के वायनाड से प्रयागराज जाना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि उन्हें वाराणसी हवाईअड्डे पर विमान को उतारने की अनुमति नहीं मिली। इन आरोपों पर वाराणसी एयरपोर्ट की प्रतिक्रिया आई है। हवाईअड्डे के अधिकारियों ने आरोपों का खंडन करते हुए इन आरोपों से इनकार कर दिया है।
अपने अधिकारिक ट्विटर की ओर से वाराणसी हवाई अड्डे ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ले जा रही चार्टर जेट कंपनी ने खुद उड़ान रद्द कर दी है। हवाई अड्डे की ओर से कहा गया कि 13 फरवरी 2023 को एएआई वाराणसी हवाई अड्डे पर ईमेल के द्वारा एयर एयरवेज द्वारा उड़ान रद्द करने की सूचना दी गई थी। कृपया अपना बयान सही करें क्योंकि विमान ऑपरेटर द्वारा रद्द किया गया एयरपोर्ट द्वारा नहीं।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि हवाई अड्डे के अधिकारियों ने इसलिए अनुमति नहीं दी क्योंकि उनके ऊपर दबाव था। अधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्रा को बहाना बना कर इस्तेमाल किया है।
अजय राय ने हवाई अड्डे के अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप
कांग्रेस नेता अजय राय ने सोमवार को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे राहुल गांधी के विमान को उतारने की अनुमति न देने का दावा किया। उन्होंने कहा कि 'जानबूझकर' अनुमति नहीं दी गई है। राय ने कहा कि राहुल गांधी यहां पहुंचते और फिर प्रयागराज के लिए रवाना होते, लेकिन हवाई अड्डे के अधिकारियों ने सरकार के दबाव के कारण उनके विमान को उतारने की अनुमति नहीं दी।
अजय राय ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चलाई गई 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद देश के प्रधानमंत्री चिंतित हैं। अब वह उन्हें परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह और पार्टी के अन्य नेता राहुल गांधी की अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे लेकिन उनके विमान को अंतिम समय पर उतरने नहीं दिया गया। ऐसे में राहुल गांधी दिल्ली लौट आए।