नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) की आलोचना करते हुए नजर आए। गांधी ने सीबीएसई को लेकर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने पाठ्यक्रम में बदलाव और अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्यों पर चैप्टर्स को छोड़ने, मुगल दरबारों के इतिहास, शीत युद्ध और औद्योगिक क्रांति पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। रिपोर्ट्स की मानें तो सीबीएसई ने इन चैप्टर्स को 11वीं और 12वीं कक्षा के इतिहास और राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम से हटा दिया है।
राहुल गांधी ने बोर्ड को बताया राष्ट्रीय शिक्षा श्रेडर
अपने ट्वीट में 51 वर्षीय कांग्रेस नेता ने शिक्षा बोर्ड को फटकार लगाते हुए "राष्ट्रीय शिक्षा श्रेडर" बताया। उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें उन चैप्टर्स को सूचीबद्ध किया गया है जिन्हें छोड़ा गया है। पाकिस्तान के कवि फैज अहमद फैज की कविताएं भी सूची में हैं। इसके साथ ही इसमें सीबीएसई को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सरप्रेसिंग एजुकेशन बताया गया है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, कक्षा 10 के पाठ्यक्रम में 'खाद्य सुरक्षा' पर एक चैप्टर से "कृषि पर वैश्वीकरण का प्रभाव" विषय को हटा दिया गया है।
केंद्र पर जमकर निशाना साध रही कांग्रेस
अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि बदलाव पाठ्यक्रम के युक्तिकरण का एक हिस्सा था। बोर्ड 2022-23 बैच के लिए केवल एक बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए भी तैयार है, जो शैक्षणिक सत्र के अंत में आयोजित की जाएगी। बता दें कि महामारी के बीच सीबीएसई ने एक बार के उपाय के रूप में दो-परीक्षा प्रक्रिया का विकल्प चुना था। पाठ्यक्रम में बदलाव उन नए मुद्दों में से एक है जिसे विपक्ष ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर हमला करने के बाद उठाया है। मालूम हो, रामनवमी और हनुमान जयंती पर कई राज्यों में झड़प की खबर आने के बाद कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधा था।