दलित नेता स्व. जगलाल चौधरी का नाम भूल गए राहुल गांधी, गरमा गई सियासत, जगलाल चौधरी के पुत्र भी हुए दुखी
By एस पी सिन्हा | Updated: February 6, 2025 16:32 IST2025-02-06T16:30:07+5:302025-02-06T16:32:18+5:30
दरअसल, दलित नेता स्व. जगलाल चौधरी की जयंती के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उनका नाम ही भूल गए थे। राहुल अपने संबोधन में एक नहीं बल्कि तीन पर स्व. जगलाल चौधरी को जगत चौधरी कह दिया। जिसके बाद सभा में से लोगों ने नाम सही कराया।

दलित नेता स्व. जगलाल चौधरी का नाम भूल गए राहुल गांधी, गरमा गई सियासत, जगलाल चौधरी के पुत्र भी हुए दुखी
पटना: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बुधवार को पटना दौरे के दौरान हुई गलती को लेकर सियासत गर्मा गई है। इसके बाद भाजपा और जदयू ने मोर्चा खोलते हुए राहुल गांधी को दलित विरोधी बताया है। दरअसल, दलित नेता स्व. जगलाल चौधरी की जयंती के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उनका नाम ही भूल गए थे। राहुल अपने संबोधन में एक नहीं बल्कि तीन पर स्व. जगलाल चौधरी को जगत चौधरी कह दिया। जिसके बाद सभा में से लोगों ने नाम सही कराया। वहीं इस कार्यक्रम में जगलाल चौधरी के बेटे भूदेव चौधरी को मंच पर जगह तक नहीं दी गई। इससे भूदेव चौधरी काफी दुखी हुए। उन्होंने मीडिया को बताया कि हमने मंच तक पहुंचने की कोशिश की थी। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से कहा कि हम बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, जगलाल के लड़के हैं।
भूदेव चौधरी ने कहा कि हमको मंच के पास एक कुर्सी का इंतजाम कर दिया जाए। लेकिन उन्होंने कहा कोई रास्ता नहीं है। यही एक रास्ता है, जिससे आप मंच पर जा सकते हैं। फिर हमको मंच तक नहीं जाने दिया गया। दुख तो बहुत है क्योंकि हमारे पिता की जयंती मनाई जा रही थी। जब बात मीडिया पर तो आई तो कांग्रेस पार्टी ने अपनी भूल सुधारते हुए भूदेव चौधरी को सम्मानित करने का ऐलान किया है। हालांकि, तब तक भाजपा और जदयू ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा ने इसे मुद्दा बना लिया है और राहुल गांधी पर दलित विरोधी बताया है।
भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस का इतिहास ही नहीं रहा है कि वे दलित पिछड़ा अति पिछड़ा को यह लोग सम्मान करें। नेहरू से लेकर सोनिया गांधी तक सभी दलित विरोधी हैं। उनके मन में कहां से आएगा कि दलित और पिछड़े अति पिछड़े की सेवा करें। इनकी मानसिकता हमेशा अलग रही है। राजीव गांधी ने स्पष्ट अपने भाषण में कहा था कि ऐसे जाहिल लोगों को लाने से कोई फायदा नहीं। अब राहुल गांधी जी कार्यक्रम में आए हुए थे और जगलाल चौधरी जी के जयंती पर उनका नाम ही भूल गए और उनके बेटे से मुलाकात तक नहीं की। यह लोग कभी भी दलित और अति पिछड़ों के हितैषी नहीं हो सकते हैं।
वहीं, जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा राहुल गांधी जी ने क्यों ऐसा पाप किया? स्वाभाविक है जगलाल चौधरी जी दलित समुदाय के व्यक्ति थे। वे शराबबंदी लागू करने के हितैषी थे। कांग्रेस लंबे अरसे तक बिहार में राज करती रही। उनके स्मृति में एक भी काम नहीं किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2018 में कंकड़बाग में उनकी मूर्ति स्थापित की थी। अटल जी की सरकार में उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था। कांग्रेस के लोगों को केवल दलित बोलना है, लेकिन दलित का नाम लेने में परेशानी है। कांग्रेस को दलितों और स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों का कोई एहसास नहीं है।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा भाजपा बौखला गई है। यह साफ जाहिर होता है कि इन लोगों ने कभी भी जगलाल चौधरी जी को सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस ने बड़े पैमाने पर आयोजन किया। राहुल गांधी जी स्वयं आए और उन्होंने जगलाल चौधरी जी के विचारों को फैलाने का भरोसा दिलाया। भाजपा को खुद करना नहीं है और दूसरा करता है तो उसकी आलोचना करते हैं। भाजपा की बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है। उनके पुत्र को सुरक्षा कर्मी द्वारा रोकने की बात सामने आ रही है। राहुल गांधी की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान लगे हुए हैं और उनको केंद्र सरकार गाइड करती है।