Rafale in India: अंबाला एयरबेस पर पहुंचे राफेल विमान, रक्षा मंत्री बोले- सेना के इतिहास में एक नए युग की शुरुआत
By स्वाति सिंह | Published: July 29, 2020 03:14 PM2020-07-29T15:14:28+5:302020-07-29T16:32:26+5:30
अंबाला एयरबेस को भारतीय वायुसेना का महत्वपूर्ण बेस माना जाता है क्योंकि यहां से भारत-पाकिस्तान सीमा महज 220 किलोमीटर की दूरी पर है। भारत ने जो 36 राफेल विमान खरीदे हैं उनमें से 30 लड़ाकू विमान जबकि छह प्रशिक्षु विमान हैं।
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की ताकत को कई गुना बढ़ाने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर लिया है। विमान अंबाला एयरबेस पहुंच चुका है। यहां इन्हें रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद हैं।
वहीं, रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, 'बर्ड्स भारतीय वायुसीमा में पहुंच गई हैं भारतीय वायुसीमा में पहुंच गई हैं। हैप्पी लैंडिंग इन अंबाला।'
Haryana: The first batch of Rafale fighter jets that took off from France on Monday lands at the Ambala airbase. https://t.co/5K0H6Fgmx5
— ANI (@ANI) July 29, 2020
बता दें कि राफेल विमान भारत द्वारा पिछले दो दशक से अधिक समय में लड़ाकू विमानों की पहली बड़ी खरीद है। इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। मालूम हो कि फ्रांस से अंबाला तक अपनी लंबी उड़ान के बीच ये पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे। पहला राफेल जेट पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था। राफेल जेट का पहला स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हासिमारा बेस पर रहेगा।
#WATCH: Five #Rafale jets in the Indian airspace, flanked by two Su-30MKIs (Source: Raksha Mantri's Office) pic.twitter.com/hCoybNQQOv
— ANI (@ANI) July 29, 2020
बता दें कि भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। छह राफेल प्रशिक्षु विमानों की पूंछ पर आरबी श्रृंखला की संख्या अंकित होगी। आरबी एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम के पहले और अंतिम शब्द का संक्षिप्त रूप होगा। उन्होंने इस सौदे में मुख्य वार्ताकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
'हैप्पी लैंडिंग, हैप्पी हंटिंग'
राफेल विमान जैसे ही पश्चिमी अरब सागर के ऊपर से निकले तो यहां तैनात भारतीय नौसेना के वॉरशिप आईएनएस कोलकाता ने इसका अलग अंदाज में स्वागत किया। आईएनएस कोलकाता डेल्टा 63 की ओर से कहा गया, 'ऐरो लीडर (राफेल) हिंद महासागर में आपका स्वागत है।'
इस पर राफेल की ओर से भी जवाब दिया गया, 'बहुत शुक्रिया।' इसके बाद आईएनएस कोलकाता ने कहा- आप आकाश की उंचाईयों को नापे, हैप्पी लैंडिंग। इसके तत्काल बाद राफेल की ओर से भी जवाब दिया गया- हैप्पी हंटिंग ओवर एंड आउट।'
राफेल को लेकर दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर उठाए कई सवाल
विपक्षी पार्टी कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव-2019 के वक्त राफेल डील का मुद्दा बड़े जोर-शोर के साथ उठाया गया था। इसी क्रम में बुधवार (29 जुलाई) को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। दिग्विजय सिंह ने आज सुबह कुछ ही घंटों में छह से ज्यादा ट्वीट राफेल को लेकर किया। दिग्विजय सिंह ने कहा, आज राफेल आ ही जाएगा...अब तो इसकी कीमत बता दीजिए मोदी जी। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ''एक राफेल की कीमत कांग्रेस सरकार ने ₹746 करोड़ तय की थी लेकिन ''चौकीदार'' महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी मांग करने के बावजूद आज तक एक राफेल कितने में खरीदा है, बताने से बच रहे हैं। क्यों? क्योंकि चौकीदार जी की चोरी उजागर हो जायेगी!! 'चौकीदार'' जी अब तो उसकी कीमत बता दें!!''