रायबरेली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा। गुरुवार को दिए त्यागपत्र में अदिति ने लिखा कि वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं। साथ ही, उन्होंने गांधी से अपील की है कि वो इसे स्वीकार कर लें। मालूम हो, अदिति पहले ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुकी हैं। हालांकि, कांग्रेस की सदस्यता का त्याग नहीं किया था उन्होंने पहले नहीं किया था।
पिछले साल ज्वाइन कर चुकी हैं बीजेपी
अदिति ने 24 नवंबर 2021 को बीजेपी ज्वाइन किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया के जरिये दी थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था, "जनकल्याणकारी नीतियों के लिए प्रतिबद्ध, देश की प्रभुता, संप्रभुता एवं अखंडता को सर्वोच्च स्थान देने वाली लोकतांत्रिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता आज मैंने ग्रहण की। मुझे आशा एवं पूर्ण विश्वास है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ जी के सानिध्य एवं कुशल नेतृत्व में मैं अपने क्षेत्रवासियों के सम्पूर्ण विकास के लक्ष्य को प्राप्त कर सकूँगी। मैं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को आभार एवं धन्यवाद प्रेषित करती हूँ। जय हिन्द!"
कौन हैं अदिति सिंह?
15 नवंबर 1987 को लखनऊ में जन्मीं अदिति सिंह अपने पिता की वजह से जानी जाती हैं। दरअसल, उनके पिता कांग्रेस के दिग्गज नेता तो थे साथ में बाहुबली के तौर पर भी वो काफी मशहूर थे। अदिति के पिता अखिलेश सिंह का साल 2019 में अगस्त के महीने में निधन हो गया था। रायबरेली सदर सीट से वह पांच बार विधायक रह चुके थे। यही नहीं, उनकी गांधी परिवार से भी काफी नजदीकियां थी। विदेश से पढ़ाई करने वाली अदिति सिंह ने पंजाब के कांग्रेस विधायक अंगद सिंह के साथ 21 नवंबर 2019 को शादी रचाई थी।
बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में ही अदिति ने अपने पिता अखिलेश सिंह की राजनीतिक विरासत संभाल की थी। वहीं, अदिति अक्सर ही चर्चा का विषय बनी रहती हैं। फिलहाल, उनकी संपत्ति की बात की जाए तो मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह 13 लाख 98 हजार 459 रुपए की संपत्ति मालकिन हैं। यही नहीं रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया कि अदिति ने 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान दिए अपने हलफनामे में बताया था कि उनके पास केवल 15 रुपए नकद थे।