जम्मू-कश्मीर में बदली रेडियो स्टेशनों की पहचान, अब 'रेडियो कश्मीर' हुआ 'ऑल इंडिया रेडियो'
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: October 31, 2019 13:02 IST2019-10-31T13:02:08+5:302019-10-31T13:02:08+5:30
Radio Stations in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दो केंद्र शासित प्रदेश बनने के साथ ही यहां के रेडियो स्टेशनो की पहचान बदल गई है

जम्मू-कश्मीर के सभी रेडियो स्टेशनों के नाम बदल गए हैं
31 अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आ गए हैं। इससे भारत में राज्यों की संख्या घटकर 28 और केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है।
गिरीश चंद्र मुर्मू को जहां जम्मू-कश्मीर का तो वहीं राधा कृष्ण माथुर को लद्दाख का पहला उपराज्यपाल बनाया गया है।
बदली रेडियो स्टेशनों की पहचान, सबसे जुड़ा ऑल इंडिया रेडियो
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के साथ ही यहां के रेडियो स्टेशनों को लेकर भी बड़ा बदलाव हुआ है। अब जम्मू, श्रीनगर और लेह के स्टेशनों को क्रमश: ऑल इंडिया रेडियो जम्मू, ऑल इंडिया रेडियो श्रीनगर और ऑल इंडिया रेडियो लेह के नाम से जाना जाएगा।
साथ ही इन स्टेशनों से पहचान घोषणाएं भी बदल जाएंगी और अब इसे 'रेडियो कश्मीर' के बजाय ऑल इंडिया रेडियो/अकाशवाणी के नाम से जाना जाएगा।'
The identity announcements from these stations have been changed to "All India Radio"/"Akashvani" from "Radio Kashmir" with effect from today. https://t.co/Q7kMeYkSDM
— ANI (@ANI) October 31, 2019
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त को जम्मू-कश्मी को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले आर्टिकल 370 को हटाने के करीब साढ़े तीन महीने बाद 30-31 अक्टूबर की मध्यरात्रि से ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में अस्तित्व में आ गए हैं।
ये दो नए केंद्र शासित प्रदेश सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती के दिन अस्तित्व में आए हैं, जिन्हें आजादी के बाद 560 रियासतों के भारत में विलय का श्रेय जाता है। सरदार पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।