पंजाब: सुनील जाखड़ का दावा, 42 विधायकों का सपोर्ट था लेकिन सीएम नहीं बना सका, चन्नी केवल 2 के दम पर बन गये
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 2, 2022 19:23 IST2022-02-02T19:18:11+5:302022-02-02T19:23:50+5:30
सुनील जाखड़ ने कहा कि साल 2021 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राजनीतिक कलह के कारण सीएम पद छोड़ा था तो उस वक्त कुल 42 विधायक उन्हें पंजाब के सीएम पद पर देखना चाहते थे

पंजाब: सुनील जाखड़ का दावा, 42 विधायकों का सपोर्ट था लेकिन सीएम नहीं बना सका, चन्नी केवल 2 के दम पर बन गये
दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने दावा किया है कि जब कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाया था तो 42 विधायक उस समय उन्हें सीएम बनना चाहते थे लेकिन चूंकि वो एक हिंदू थे। इसलिए कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें तवज्जो न देते हुए मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगा दी थी।
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ ने यह दावा ऐसे समय किया जब चुनाव पूर्व पंजाब कांग्रेस में सीएम पद के चेहरे के लिए रेस लगी हुई है।
इस मामले में पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और वर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच शह-मात का खेल खेला जा रहा है लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इन दोनों में किसी के नाम के आगे सीएम पद के दावेदार का तमगा नहीं लगाया है।
निजी चैनेल इंडिया टुडे से बात करते हुए जाखड़ ने कहा कि साल 2021 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राजनीतिक कलह के कारण सीएम पद छोड़ा था तो उस वक्त कुल 42 विधायक उन्हें पंजाब के सीएम पद पर देखना चाहते थे लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने उनके नाम पर सिर्फ इसलिए तैयार नहीं हुए क्योंकि वो सिख नहीं थे।
सुनील जाखड़ ने कहा कहा कि पार्टी हाईकमान को दिल्ली में बैठे उनके सलाहकारों ने यह मशवरा दिया कि सीएम पद के लिए सिख चेहरा ही ठीक रहेगा।
जाखड़ ने कहा कि पार्टी के आंतरिक सर्वे में मेरे साथ 42 एमएलए थे, सुखजिंदर रंधावा के साथ 16, कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी महारानी परनीत कौर के साथ 12 विधायक थे, सिद्धू को 6 का साथ मिला था और मौजूदा सीएम चन्नी के साथ महज दो एमएलए थे।
इसके साथ ही सुनील जाखड़ ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने उन्हें उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर किया था लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया।