Agnipath Scheme: पंजाब सरकार अग्निपथ योजना के खिलाफ जल्द विधानसभा में लाएगी प्रस्ताव, सीएम मान ने की घोषणा
By रुस्तम राणा | Published: June 28, 2022 05:46 PM2022-06-28T17:46:05+5:302022-06-28T17:47:33+5:30
पंजाब सीएम ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, भाजपा सरकार की अग्निपथ योजना एक बेहद तर्कहीन कदम है..जो भारतीय सेना के ताने-बाने को बुरी तरह तबाह कर देगी।
चंडीगढ़: केंद्र की नई सैन्य भर्ती नीति 'अग्निपथ योजना' के विरोध में पंजाब सरकार जल्द ही विधानसभा में प्रस्ताव लेकर आएगी। मंगलवार को सीएम भगवंत मान ने इसकी घोषणा की है। पंजाब मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक सीएम भगवंत मान ने कहा है कि राज्य सरकार जल्द ही अग्निपथ योजना का विरोध करने के लिए राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव लाएगी।
पंजाब सीएम ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, भाजपा सरकार की अग्निपथ योजना एक बेहद तर्कहीन कदम है..जो भारतीय सेना के ताने-बाने को बुरी तरह तबाह कर देगी। अपने नौजवानों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हम इस योजना के खिलाफ बहुत जल्द विधान सभा में प्रस्ताव ले कर आएंगे.. सारी पार्टियों से समर्थन-सहयोग की मांग भी करते हैं..
भाजपा सरकार की अग्निपथ योजना एक बेहद तर्कहीन कदम है..जो भारतीय सेना के ताने-बाने को बुरी तरह तबाह कर देगी
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) June 28, 2022
अपने नौजवानों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हम इस योजना के खिलाफ बहुत जल्द विधान सभा में प्रस्ताव ले कर आएंगे.. सारी पार्टियों से समर्थन-सहयोग की मांग भी करते हैं.. https://t.co/wCmWLS8dR1
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार द्वारा लाई गई इस योजना का पुरजोर विरोध कर रही है। पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना को युवाओं के लिए हानिकारक बताया था।
केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा था, सेना भर्ती में केंद्र सरकार की नई योजना का देश में हर तरफ़ विरोध हो रहा है। युवा बहुत नाराज़ हैं। उनकी माँग एकदम सही हैं। सेना हमारे देश की शान है, हमारे युवा अपना पूरा जीवन देश को देना चाहते हैं, उनके सपनों को 4 साल में बांधकर मत रखिए।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा था, केंद्र सरकार से अपील- युवाओं को 4 साल नहीं, पूरी ज़िंदगी देश सेवा करने का मौक़ा दिया जाए। पिछले दो साल सेना में भर्तियाँ ना होने की वजह से जो ओवरएज हो गए, उन्हें भी मौक़ा दिया जाए।