Operation Lotus: 'ऑपरेशन लोटस' के दावों के बीच विधानसभा में बहुमत साबित करेगी मान सरकार, 22 सितंबर को होगा फ्लोर टेस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 19, 2022 16:47 IST2022-09-19T16:42:21+5:302022-09-19T16:47:24+5:30
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में आप विधायकों के 'ऑपरेशन लोटस' के आरोपों के बीच बहुमत साबित करने के लिए 22 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएगी।

Operation Lotus: 'ऑपरेशन लोटस' के दावों के बीच विधानसभा में बहुमत साबित करेगी मान सरकार, 22 सितंबर को होगा फ्लोर टेस्ट
चंडीगढ़:पंजाब में 'ऑपरेशन लोटस' के दावों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में आप विधायकों के 'ऑपरेशन लोटस' के आरोपों के बीच बहुमत साबित करने के लिए 22 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएगी। इस संबंध में सोमवार को सीएम भगवंत मान ने पंजाबी में ट्वीट करते हुए लिखा, "दुनिया की किसी भी मुद्रा में लोगों की आस्था का कोई मूल्य नहीं है... गुरुवार 22 सितंबर को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा और यह विश्वास मत जमा करके कानूनी रूप से साबित होगा... इन्कलाब जिंदाबाद..!"
ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਦੀ ਦੁਨੀਆਂ ਦੀ ਕਿਸੇ ਕਰੰਸੀ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਕੀਮਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ …22 September ਦਿਨ ਵੀਰਵਾਰ ਨੂੰ ਪੰਜਾਬ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਦਾ ਸਪੈਸ਼ਲ ਸ਼ੈਸ਼ਨ ਬੁਲਾ ਕੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਮਤਾ ਪੇਸ਼ ਕਰਕੇ ਕਾਨੂੰਨੀ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਇਹ ਗੱਲ ਸਾਬਤ ਕਰ ਦਿੱਤੀ ਜਾਵੇਗੀ…ਇਨਕਲਾਬ ਜ਼ਿੰਦਾਬਾਦ..! pic.twitter.com/VM2zA1upDP
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) September 19, 2022
बता दें कि सत्तारूढ़ दल आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उसके कम से कम 10 विधायकों को भाजपा के लोगों ने राज्य सरकार को गिराने के लिए 25-25 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ संपर्क किया है। पंजाब पुलिस ने 14 सितंबर को एक मामला दर्ज किया था, जब सत्तारूढ़ आप ने राज्य के डीजीपी से शिकायत की थी, जिसमें भाजपा पर उसके विधायकों को खरीदने के प्रयास का आरोप लगाया गया था।
राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और पार्टी विधायकों ने इस मुद्दे पर डीजीपी गौरव यादव से मुलाकात की और गहन जांच की मांग की। राज्य पुलिस के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा था, "राज्य के कुछ विधायकों द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बाद, पंजाब पुलिस ने आईपीसी के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 8 और धारा 171-बी और 120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।